क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं / क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं

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क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं / क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं – जब महिलाओं को पीरियड्स आता हैं तो अक्सर घर के लोग उन्हें पूजा नहीं करने की सलाह देते हैं। हिन्दू धर्म में पीरियड आने पर मन्दिर या घर में पूजा करने की मनाही होती हैं। ऐसे में पीरियड के तीसरे दिन या चौथे दिन पूजा करनी चाहिए या नहीं इसको लेकर महिलाओं में संशय रहता हैं। आज की इस खास पोस्ट में मैं आपके कुछ सवालों जैसे – क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं और क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं आदि का जवाब विस्तार से दूंगी। साथ ही इस पोस्ट में मैं आपको बताउंगी की पीरियड में पूजा करने से क्या होता है और यह हिन्दू धर्म में उचित या अनुचित।

क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं
क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं

शास्त्रों के अनुसार, पीरियड्स में पूजा करना अशुभ माना जाता हैं। पीरियड्स में किसी भी शुभ कार्य को करने से अक्सर रोका जाता हैं। इसके पीछे कई मान्यताएं हैं जो आपको बताउंगी। पीरियड्स में घर की बुजुर्ग महिलाएं किसी पूजा के अवसर पर या मन्दिर में जाने से रोकती हैं। ऐसे में कई महिलाओं के मन यह प्रश्न उठता हैं की क्या पीरियड के तीसरे या चौथे दिन पूजा कर सकते हैं ? नीचे मैंने शास्त्रों और पुराने मान्यताओं के आधार पर बताया हैं की पीरियड में पूजा करने से क्या होता है।

क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं

दोस्तों, पीरियड्स में हर उस कार्य को करने से रोका जाता हैं जिसका संबंध भगवान से हैं। माना जाता हैं की पीरियड में महिला का शरीर पवित्र नहीं रहता हैं। दरसल, शास्त्र कहते हैं की इस दौरान महिला को रक्तस्त्राव होता हैं और बीज नष्ट होता हैं। ऐसे में यह स्थिति अपवित्र मानी जाती हैं। इस दौरान मंदिर या घर में पूजा करने से भगवान की रखी मूरत और उनसे जुडी वस्तुएं अपवित्र हो जाती हैं।

पीरियड के चौथे दिन भी पूजा करने की मनाही हैं। दरसल पीरियड ७ दिनों का माना जाता हैं जिसकी वजह से आप पीरियड के चौथे दिन पूजा नहीं कर सकते हैं। पीरियड तीसरे दिन भी खत्म हो सकता हैं ऐसी स्थिति में आप पांच दिन के बाद पूजा कर सकती हैं। अत: आपके सवाल क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं इसका उचित जवाब हैं की यह आपके पीरियड काल पर भी डिपेंड करता हैं।

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क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं

क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं
क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं

जैसा की मैंने आपको बताया हैं की पीरियड जब शुरू होता हैं तो उसके 7 दिन बाद तक महिला को अपवित्र माना जाता हैं। अत: आपको पीरियड शुरू होने से लेकर 7 दिनों तक मंदिर न ही जाएँ तो अच्छा होगा। अत : आप पीरियड के तीसरे दिन पूजा नहीं कर सकते हैं। जैसा की आप जानते हैं की पूजा करने के लिए सर्वप्रथम स्नान करना जरुरी होता हैं। पुराने समय में नदी में स्नान के पश्चात ही पूजा की जाती थी। नदी में स्नान से रक्त नदी के जल में प्रवाहित होती हैं जिसकी वजह से नदी अपवित्र हो सकती हैं। इस वजह से भी पीरियड के तीसरे चौथे , पांचवे, छठे और सातवें दिन दिन पूजा में भाग न लेने की सलाह दी जाती हैं। आप पूजा के कार्यों को देख सकती हैं लेकिन किसी भी वस्तु को नहीं छूने की सलाह शास्त्रों द्वारा दी जाती हैं।

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क्या पीरियड के 6 दिन पूजा कर सकते हैं

बिल्कुल नहीं, शस्त्रों के अनुसार पीरियड के चौथे या 6 दिन बाद भी आप पवित्र नहीं हैं। आपको 2 दिन और प्रतीक्षा करनी चाहिए। आप पूजा को देख सकती हैं। लेकिन पूजा के कार्य जैसे प्रसाद बनाना या दीपक जलाने जैसा कार्य नहीं कर सकती हैं। आप कथा और मंत्रोच्चार आदि सुन सकती हैं। कई महिलाओं के पीरियड्स 3 दिन में ही समाप्त हो जाते हैं ऐसे में आप पांचवे दिन से ही पूजा कार्य प्रारम्भ कर सकती हैं।

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क्या पीरियड के पांचवें दिन पूजा कर सकते हैं

जी नहीं, पीरियड के पांचवें दिन पूजा करना हिन्दू धर्म में उचित नहीं माना जाता हैं। आप पीरियड के आठवें दिन से ही पूजा-पाठ शुरू कर सकती हैं। पीरियड के पांचवें दिन पूजा करने पूजा का फल प्राप्त नहीं होता हैं। अत: इन दिनों आपको पूजा पर बैठने से बचना चाहिए। कुछ महिलाओं के पीरियड्स जल्द समाप्त हो जाते हैं। अगर तीसरे या चौथे दिन में ही पीरियड्स खत्म हो गया हैं तो आप 5 वें दिन बेफिक्र होकर पूजा कर सकती हैं।

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पीरियड में गुरुवार का व्रत करना चाहिए या नहीं

पीरियड में गुरुवार का व्रत करना अशुभ माना जाता हैं। पीरियड में किसी भी तरह की पूजा या व्रत आदि नहीं करना चाहिए। पीरियड में शरीर को अशुद्ध माना जाता हैं। इस दौरान पूजा करने से मनचाहे फल की प्राप्ति नहीं होती हैं। पीरियड के दौरान महिला का शरीर कमजोर हो जाता हैं। इस दौरान महिला को पेन और चक्कर आने की संभावना रहती हैं। इस कारण से भी एक्सपर्ट्स पूजा या व्रत न करने की सलाह देते हैं।

गुरुवार व्रत का मुख्य उद्देश्य अच्छे हमसफर और सन्तान की प्राप्ति होती हैं। इस व्रत में किसी भी गलती को करने से बचना चाहिए। मासिक धर्म आने शुरू होने पर हिन्दू धर्म में इस पूजा को करना गलत बताया गया हैं। अत: आपको गलती से भी यह गलती नहीं करनी चाहिए।

पीरियड में सिंदूर लगाना चाहिए कि नहीं

पीरियड में सिंदूर नहीं लगाना चाहिए क्योकिं सिंदूर पति की लम्बी उम्र हेतु लगाया जाता हैं। शास्त्र कहते हैं की इस दौरान सिंदूर लगाने से सिंदूर अपवित्र हो जाता हैं जिससे पति के स्वास्थ्य के लिए खतरा हैं। पीरियड में शुभ और पवित्र चीजों को छूने से बचना चाहिए। सिंदूर को हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता हैं।

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क्या पीरियड में पूजा कर सकते हैं

नहीं, पीरियड में पूजा नहीं की जा सकती हैं। ऐसी मान्यता हैं की पीरियड में पूजा करने से पूजा के सभी चीजे अपवित्र हो सकती हैं । इस समय पूजा से आपको कोई फल नहीं मिलता हैं।

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पीरियड में पूजा करने से क्या होता है

दोस्तों, पीरियड में पूजा करना शास्त्र उचित नहीं मानता हैं। अगर आप पीरियड में पूजा करते हैं तो निम्नलिखित चीजें हो सकती हैं।

  • पूजा में रखी एक वस्तु अपवित्र हो जाती हैं
  • पीरियड में पूजा करने से कोई फल नहीं मिलता हैं
  • इस दौरान पूजा या व्रत रखने से आप चक्कर खाकर गिर सकती हैं
  • पूजा की शुद्धता भंग होती हैं
  • शरीर कमजोर हो सकता हैं क्योकिं पूजा में लम्बे समय तक बैठे रहना पड़ता हैं। पीरियड में अधिक रक्तस्त्राव होने से शरीर में थकान का अनुभव होता हैं।

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व्रत या पूजा के दौरान पीरियड आने पर क्या करें

पूजा या व्रत के दौरान पीरियड आएं तो पूजा नहीं रोकनी चाहिए। ईश्वर मन की शुद्धता को देखता हैं न की शरीर की। इससे आपको उचित फल अवश्य मिलता हैं। पूजा के सभी कार्यों को श्रद्धा पूर्वक पूर्ण करें। आपने जो संकल्प लिया हैं उसे पूर्ण करते हुए ईश्वर में ध्यान लगाएं। किसी अन्य चीज के बारें में सोचने से बचें।

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निष्कर्ष

आपको मैंने इस पोस्ट के माध्यम से बताया हैं की क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं और क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं आदि। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो पीरियड के दौरान पूजा करने से कोई हानि नहीं हैं। परन्तु अगर आप पीरियड में अत्यधिक कमजोरी फील कर रही हैं तो व्रत और पूजा से खुद को दूर रहें। शास्त्रों में कहा गया हैं की हर महिला का पीरियड अलग-अलग समय तक प्रभावी रहता हैं। किसी का पीरियड तीसरे दिन तो किसी का चौथे दिन खत्म हो जाता हैं। अत: खत्म होने के अगले दिन से आप पूजा शुरू कर सकती हैं।

मुझे आशा हैं की आपको आज का यह पोस्ट क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं / क्या पीरियड के तीसरे दिन पूजा कर सकते हैं की जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। इस जानकारी को सोशल मीडिया पर जरुर से जरुर शेयर करें।

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