रुद्राक्ष पहनने के नुकसान और फायदे – रुद्राक्ष पहनने के बाद के नियम – हर-हर शिव शम्भू, महादेव आपकी हर मनोकामना पूरी करें। दोस्तों आपने रुद्राक्ष के विषय में कई लोगों से सुना होगा। महादेव के भक्त रुद्राक्ष को धारण कर संकटों से बचे रहते हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं की रुद्राक्ष को धारण करने के कुछ नियम हैं। अगर आप रुद्राक्ष को सही तरीके से उपयोग में नहीं लाते हैं तो फायदे की जगह आपको हानि भी हो सकती हैं। आज की इस पोस्ट में मैं आपको रुद्राक्ष के संबंध में सभी जानकारियां विस्तार से बताने जा रही हूँ इसलिए इस पोस्ट को पूरा पढकर रुद्राक्ष पहनने के नुकसान और जबरदस्त फायदे के बारें में जाने।
आज के युग में अधिकत्तर लोग रुद्राक्ष के सबंध में जानकारी के बीना ही सिर्फ फैशन और दिखावे के लिए इसे धारण करने लगे हैं। ऐसे में अगर आप भी इसी फैशन का हिस्सा हैं तो सचेत हो जाइए। इसे धारण करने के कुछ नियम हैं उन नियमों के पालन के बीना रुद्राक्ष को गले में धारण करना शुभ नहीं माना जाता हैं। दोस्तों रुद्राक्ष आपके जीवन में शांति लाता हैं लेकिन तब जब आप सभी नियमों का पालन करें। तो आइयें विस्तार से रुद्राक्ष और इसके नुकसान और फायदे के बारें में जानते हैं।
रुद्राक्ष क्या हैं? – रुद्राक्ष का पेड़
दोस्तों रुद्राक्ष एक पेड़ हैं जो 200 फीट तक ऊँची हो सकती हैं। आजकल लोग रुद्राक्ष का पेड़ घर में भी लगाते हैं। इस पेड़ की पूजा भी फलदायक माना जाता हैं। इसके फुल सफेद और फल गोलाकर रूप में होता हैं जिसके अंदर बीज होते हैं जिसे रुद्राक्ष के नाम से जाना जाता हैं। जब इसका फल पककर नीचे गिर जाता हैं तो इसके फल से गुठली को निकालकर रुद्राक्ष की माला तैयार की जाती हैं।
विस्तार से जाने रुद्राक्ष का धार्मिक महत्त्व
माता सती की मृत्यु के बाद जब महादेव शिव लम्बी समाधी में लीन थे तब सभी देवी देवता उन्हें जगाने के लिए कैलाश गए। स्तुति करने के बाद जब भगवान शिव यानी देवो के देव महादेव की आँखें खुली तो उनके नेत्रों से अश्रु बहने लगी। उन आसुओं की कुछ बुँदे एक जैसे ही धरती पर गिरी तब वहा कुछ छोटे-छोटे पेड़ उग आये। भगवान शिव का एक नाम रूद्र भी हैं और उन्हीं के नाम पर इसका नाम रुद्राक्ष पड़ गया। माना जाता हैं की रुद्राक्ष स्वयं महादेव का तीसरा आँख हैं। रुद्राक्ष को गले में धारण करने से कुंडली दोष और जीवन के हर कष्ट से मुक्ति मिलती हैं। लेकिन इससे शुभ फल प्राप्त करने के लिए पहनने के नियमों को जानना अति आवश्यक हैं।
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रुद्राक्ष पहनने के नुकसान और जबरदस्त फायदे
दोस्तों रुद्राक्ष पहनने के लाभों की गिनती भी नहीं की जा सकती हैं। शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष को धारण करने से एक अद्भुत शांति महसूस होती हैं। आप स्वयं को शिव के करीब पाते हैं। इसे धारण करने से धन धान्य में वृद्धि होती हैं और आप मानसिक रूप से स्वस्थ महसूस करते हैं। साथ ही पति पत्नी का रिश्ता सुखमय और प्रेममय रहता हैं। आपके सभी कुंडली दोष मिटने लगते हैं और आपके अंदर सकारात्मक उर्जा का संचार होने लगता हैं। वही अगर आप रुद्राक्ष को फैशन के लिए या बीना नियमों के पालन के पहनते हैं तो आपको अपने जीवन में कष्ट का सामना करना पड़ता हैं। अगर नियमों के पालन किये बगैर इसे धारण किया जाएँ तो मन अशांत होने लगता हैं। इसलिए रुद्राक्ष को पहनने या धारण करने के लिए नीचे बताएं गये नियमों का पालन जरुर करें।
रुद्राक्ष पहनने के बाद के नियम – रुद्राक्ष पहनने के नियम
रुद्राक्ष को पहनने या धारण करने के कुछ नियम हैं। इसे सुबह स्नान के बाद ही धारण करना सही हैं। रात को सोने से पहले इसे निकालकर अपने घर के कुल देवता के पास रख देना चाहिए। रुद्राक्ष को गले से निकालते वक्त रुद्राक्ष का मन्त्र कम से कम 9 बार जरुर पढ़ें। आइये जानते हैं की रुद्राक्ष को धारण करने वालों को किन-किन बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। नीचे विस्तार से रुद्राक्ष पहनने के बाद के नियम और पहले के नियम बताएं गए हैं।
1. रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रिय पेड़ हैं। अगर आप इसको धारण करते हैं या धारण करना चाहते हैं तो शराब, मांस मदिरा आदि से दुरी बनायें। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो इसका दुष्प्रभाव भी बहुत जल्दी देखने को मिलता हैं।
2. घर में किसी की मृत्यु होने पर या श्मशान घाट जाने के दौरान इसे इसे पहनना अशुभ माना जाता हैं।
3. इसे धारण करने से पहले स्वयं को पवित्र करना अति आवश्यक हैं। इसलिए सुबह उठकर स्नान के पश्चात ही इसे धारण करना चाहिए।
4. एक बार रुद्राक्ष का उपयोग हो जाने पर इसे किसी और को नहीं देना चाहिए और न ही किसी और के रुद्राक्ष को अपने गले में धारण करना चाहिए।
5. रुद्राक्ष को साफ करते रहे। इसे आप गंगा जल या सरसों के शुद्ध तेल में डालकर साफ जरुर करें।
6. इसे काले कलर के धागे में पहनना अशुभ माना जाता हैं। आप लाल या पीले धागे का उपयोग करें।
7. अगर आप सभी नियमों के पालन में असमर्थ हैं तो इसे धारण करने के बजाय इसकी पूजा करें।
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5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
सभी रुद्राक्षों में 5 मुखी रुद्राक्ष को सबसे अच्छा और लाभ देने वाला बताया गया हैं। हालाँकि सभी तरह के रुद्राक्षों की अलग अलग फायदे हैं। 5 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में काली रात के बाद सूर्योदय के समान हैं। इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के भाग्य के द्वार खुलने लगते हैं। व्यक्ति शारीरिक और मानसिक तौर पे मजबूत होता हैं। यह व्यक्ति के जीवन सुख समृधि लाता हैं और सारे कष्टों को निगल जाता हैं। इसे धारण करने वाला अकाल मृत्यु को प्राप्त नहीं होता। अगर आप शादी शुदा हैं तो जीवन में सुख शांति लाने और लड़ाई झगडे से बचने के लिए इसे धारण कर सकते हैं।
1 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
1 मुखी रुद्राक्ष घर में शांति और मोक्ष की प्राप्ति हेतु बहुत फायदेमंद माना जाता हैं। इस रुद्राक्ष के धारण करने से व्यक्ति भक्तिपूर्वक भगवान की आराधना में लीन हो जाता हैं। मन के भटकाव की स्थिति दूर होती हैं। जीवन के हर पड़ाव पर सफलता हासिल होती हैं। एक मुखी रुद्राक्ष को सरसों के तेल में भिंगोकर या डुबोकर रखना चाहिए।
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2 मुखी रुद्राक्ष
शास्त्रों के अनुसार 2 मुखी रुद्राक्ष महादेव और पार्वती का प्रतिरूप हैं। इसके धारण करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता हैं और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती हैं। मन सकारात्मक उर्जा से भर जाता हैं। नकारत्म्कता चाह कर भी आपके नजदीक नहीं आती हैं।
तीन मुखी रुद्राक्ष के फायदे
इस रुद्राक्ष का धारण करने से त्रिदेवों की कृपा आप पर बनी रहती हैं। गले में इसे धारण करने से पूर्व जन्म के पाप कटते हैं और पढाई और अपने कार्य में सफलता मिलती हैं। लेकिन ध्यान रहें की इसे धारण करने से पहले ऊपर बताएं गए नियमों का पालन अवश्य करें।
4 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
4 मुखी रुद्राक्ष श्रष्टि के निर्माणकर्ता परमपिता ब्रह्मा और विद्या की देवी माता सरस्वती का प्रतिक हैं। इसे छात्रों को धारण करने की सलाह दी जाती हैं। इसे धारण करने से पढाई में मन लगता हैं, एकाग्रता बनी रहती हैं और सोचने समझने की शक्ति का विकास होता हैं।
6 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से प्रेम बढ़ता हैं। बात-बात पर क्रोध आने की समस्या दूर होती हैं। इसके धारण करने से शुक्र का अशुभ प्रभाव भी नष्ट होता हैं। पंडित जी मधुमेह और कई शारीरिक रोगों में इसे पहनने की सलाह देते हैं।
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7 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
अगर आपका बिज़नस अच्छा नहीं चल रहा हैं या घर में आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी हैं तो 7 मुखी रुद्राक्ष के पहनने से आपको लाभ मिलता हैं। इससे धारण करने वाले पर लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती हैं और मानसिक कष्ट दूर होते हैं।
8 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
8 मुखी रुद्राक्ष पहनने से गणेश जी की कृपा व्यक्ति पर बनी रहती हैं। यह व्यक्ति को सद्बुधी प्रदान करती हैं। इससे पहनने से राहू दोष मिटता हैं। इसे धारण करने वाला व्यक्ति को प्रसिद्धी और अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता हैं।
9 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
यह 9 ग्रहों और देवी दुर्गा का प्रतिक हैं। इससे सभी 9 ग्रह संतुलित रहते हैं। इससे पहनने से आपके अंदर का डर दूर होता हैं और भौतिक सुख की प्राप्ति होती हैं। साथ ही केतु ग्रह के दोषों का निवारण होता हैं।
10 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
10 मुखी रुद्राक्ष पहनने से पितृ दोष, वास्तु दोष और बुरी नजर से छुटकारा मिलता हैं। यह आपके जीवन को एक नयी ऊंचाई तक ले जाने में मदद करता हैं। दरसल इसे धारण करने वालों पर स्वयं नारायण की कृपा रहती हैं।
11 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
कहा जाता हैं की घर में अगर नकारत्म्कता हैं तो इसे धारण करने से भुत प्रेत, शत्रु आदि से छुटकारा मिलता हैं। यह आपके साहस और आत्मशक्ति को भी बढाता हैं। अगर आप मंगल दोष से पीड़ित हैं तो इसे धारण कर सकते हैं।
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12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
12 मुखी सूर्य देव का प्रतिक हैं। इसे धारण करने पर अनेक लाभ मिलते हैं। नौकरी, पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि देखने को मिलती हैं। इसे पहनने से आलस दूर होता हैं। यह शक की बीमारी औए नेत्र रोग में भी पहना जा सकता हैं।
13 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
13 मुखी भगवान इंद्र का प्रतिक हैं। इसके धारण करने से गरीबी दूर होती हैं। व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक तौर पे मजबूत बनाकर हर परिस्थिति का सामना करने के योग्य बनाती हैं। समय आने पर मान सम्मान में वृद्धि देखने को मिलती हैं।
14 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
14 मुखी रुद्राक्ष शनि दोष को दूर करने वाला और स्वास्थ्य को बनायें रखने में मदद करने वाला हैं। इसे धारण करने से शनि की साढ़े साती के प्रभाव से बचा जा सकता हैं। शिक्षा से जुड़े व्यक्ति अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए इसे धारण कर सकते हैं।
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15 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
15 मुखी रुद्राक्ष के पहनने से जातक को कई परेशानियों से मुक्ति मिलती हैं। मंगल ग्रह एक अशुभ प्रभाव नष्ट होते हैं। इसे धारण करने वाला व्यक्ति क्रोध और द्वेष से मुक्त हो जाता हैं। निर्णय लेने की क्षमता बढती हैं साथ ही व्यक्ति के अंदर करुणा और प्रेम का भाव बढ़ता हैं।
रुद्राक्ष किस दिन पहनना चाहिए
ग्रंथों और शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष को धारण करने का सबसे अच्छा दिन सोमवार का दिन माना जाता हैं। इसे धारण करने के लिए शिव जी के सामने दीपक जलाकर ॐ ह्रीं क्लीं नम: का जाप करें।
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रुद्राक्ष को शुद्ध कैसे करें
रुद्राक्ष को शुद्ध और पवित्र करने के लिए गंगा जल में धोकर सरसों तेल में 24 घंटे डुबाकर छोड़ देना चाहिए।
असली रुद्राक्ष पानी में डूबता है कि नहीं
असली रुद्राक्ष पानी में आसनी से नीचे बैठ जाता हैं जबकि नकली पानी के ऊपर तैरता रहता हैं। तो इस तरह से आप रुद्राक्ष की पहचान आसानी से कर सकते हैं।
रुद्राक्ष किस धागे में पहने
रुद्राक्ष पहनने के लिए काले धागे का प्रयोग वर्जित हैं। आप लाल या पीले धागे का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे की इसे पहनने से पहले स्नान करके ॐ नम: शिवाय या ॐ ह्रीं क्लीं नम: का जाप आवश्यक हैं।
जाने रुद्राक्ष का पानी पीने के फायदे
रुद्राक्ष का पानी धार्मिक द्रष्टिकोण से बहुत ही फायदेमंद माना जाता हैं। इसके पानी को पीने से शारीरिक रोग और कष्ट दूर होते हैं। साथ ही इसके पानी को शरीर के अंगों पर लगाने से त्वचा से जुड़ी समस्या भी दूर होती हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इसका खास महत्त्व हैं। रुद्राक्ष के पानी में कई तरह के गुण होते हैं जैसे एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेट्। इस तरह इसके पानी से रोग दूर होते हैं और इम्युनिटी भी बूस्ट होती हैं।
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ओरिजनल रुद्राक्ष कहा मिलेगा
रुद्राक्ष के पेड़ ज्यादात्तर हिमालय के आस पास के क्षेत्र और हरिद्वार, असम, देहरादून, उत्तराखंड आदि जगहों पे आसानी से मिल जाते हैं। इसके अलावे यह निलगिरी के पहाड़ियों पर भी बड़ी संख्या में पायें जाते हैं।
विद्यार्थी को कौन सा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए
छात्रों को 4 मुखी रुद्राक्ष पहनना फायदेमंद हैं। यह पढाई में एकाग्रता को बनायें रखने में मदद करती हैं। यह माता सरस्वती और ब्रह्मा जी का प्रतिक हैं। इस रुद्राक्ष को धारण करने वालों पर सरस्वती जी की कृपा रहती हैं। साथ ही आपकी सोचने समझने की क्षमता में अचानक वृद्धि देखने को मिलती हैं।
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लड़कियों को रुद्राक्ष पहनना चाहिए कि नहीं
बिल्कुल रुद्राक्ष कोई भी धारण कर सकता हैं। लड़कियां भी रुद्राक्ष धारण कर सकती हैं। लेकिन जैसा की मैंने आपको बताया की रुद्राक्ष पहनने से पहले शरीर को शुद्ध करना आवश्यक हैं। रुद्राक्ष को पीरियड की स्थिति में नहीं पहनना चाहिए। आपने ज्यादात्तर पुरुषों या साध्वियों को ही रुद्राक्ष पहनते देखा होगा। लेकिन शास्त्रों में रुद्राक्ष न पहनने को लेकर अधिक जानकारी नहीं दी गयी हैं। इसलिए इसे सभी पहन सकते हैं इसे पहनने पर किसी तरह की कोई पाबन्दी नहीं हैं।
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रुद्राक्ष घर में रखने से क्या होता है
रुद्राक्ष को घर में रखने पर घर में खुशियाँ आती हैं और धन धान्य की प्राप्ति होती हैं। घर में उपस्थित नकारात्मक शक्तियों का नाश होता हैं। घर में लड़ाई झगड़े नहीं होते हैं। बुरी नजर और शक्तियों से बचे रहते हैं।
दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको रुद्राक्ष से सबन्धित सभी प्रश्नों के उत्तर दियें हैं जैसे : रुद्राक्ष पहनने के नुकसान, रुद्राक्ष पहनने के बाद के नियम, रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान, करियर के अनुसार कौन-सा रुद्राक्ष पहनने से होगा लाभ आदि। अगर यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इस पोस्ट को अधिक से अधिक भक्तों तक शेयर करके पूण्य क भागी बने।
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