मांगलिक दोष की काट क्या है ? 2025 :- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल दोष की वजह से व्यक्ति की लाइफ में कई तरह की समस्याएं आती हैं। हालांकि मांगलिक दोष को लेकर समाज में कई भ्रांतियां भी हैं। इसलिए कुंडली में मांगलिक दोष होने की स्थिति में डरने की जरूरत नहीं हैं। शास्त्रों में मांगलिक दोष के सैकड़ों काट उपाय बताएं गए हैं। जिसकी सहायता से आप दोष के प्रभाव को कम कर सकते हैं। स्त्री/पुरुष कोई भी मांगलिक हो सकता हैं। मांगलिक होना या न होना किसी के बस में नहीं हैं। दरसल यह कुंडली में मंगल ग्रह की खराब स्थिति को दर्शाता हैं। मंगल ग्रह का कुंडली में कमजोर या खराब स्थिति विवाह और उसके पश्चात जीवन में भी मुश्किलें पैदा करती हैं। इसलिए आइए जानते है की मांगलिक दोष की काट क्या है ?

हमारी कुंडली में जब मंगल ग्रह पहले, चौथे, सप्तम, आठवें या बारहवें भाव में उपस्थित होता है तो ऐसी स्थिति में कुंडलीधारक को मांगलिक कहा जाता हैं। जो लड़के/लड़कियां मांगलिक दोष से पीड़ित होते है उनकी शादी भी मांगलिक से की जाने की प्रथा चली आ रही हैं। ज्यादात्तर लोग यह सोचते है की मांगलिक लोगों का जीवन बड़ा ही कष्टकारी होता हैं। लेकिन मंगल दोष की वजह से डरने की जरूरत नहीं हैं। शास्त्रों में मांगलिक दोष के कई उपाय बताएं गए है तो आइए जानते है की मांगलिक दोष की काट क्या है ?
मांगलिक दोष की पहचान – मांगलिक दोष इन कुंडली
मांगलिक दोष की पहचान कुंडली से की जा सकती हैं। जातक की कुंडली में प्रथम, चतुर्थ, सप्तम , अष्टम या बारहवें भाव में मंगल का विराजमान होना ही मांगलिक दोष की पहचान हैं। जब कोई व्यक्ति इस दोष के प्रभाव में होता है तो विवाह, नौकरी, दाम्पत्य जीवन और पर्सनल प्रोफेशनल लाइफ में लगातार समस्याएं जन्म लेती रहती हैं। इसके अलावे मांगलिक लोग सामान्य से अधिक गुस्सैल और घमंडी स्वाभाव के हो सकते हैं। सही पहचान के लिए कुंडली को किसी ज्योतिष को जरुर दिखाएं।
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मांगलिक दोष में विवाह किससे करना चाहिए
ज्योतिषाचार्य मांगलिक दोष वाले व्यक्ति को मांगलिक से ही विवाह करने की सलाह देते हैं। मांगलिक दोष वाले लोगों का विवाह सामान्य लोगों की अपेक्षा देरी से होती हैं। अगर ऐसे व्यक्ति की शादी किसी कारण जल्दी हो भी जाती है तो कपल्स के बीच अक्सर लड़ाई-झगड़े होते हैं। दाम्पत्य जीवन में चल रही समस्याएं खत्म होने का नाम लेती हैं। इसलिए ज्योतिष में मांगलिक दोष की काट भी बतायी गयी हैं। शास्त्र कहते है की पहले और चौथे भाव का मांगलिक व्यक्ति का दोष आसानी से नष्ट हो सकता हैं। कुछ अन्य स्थितियों जैसे सूर्य से मंगल का अस्त होने और मंगल के योग कारक होने पर भी मांगलिक दोष का प्रभाव दूर होता हैं। कुंडली में 27 गुणों के मिलने पर भी मांगलिक दोष का असर कपल्स पर नहीं होता हैं।
इन सबके अलावे जब मंगल सातवें भाव के स्वामी और मारक रूप में उसी भाव में है तो भी प्रभाव स्वत: खत्म हो जाता हैं। वही गुरु जब मंगल के साथ विराजमान होता है तो भी मांगलिक दोष निरस्त होता हैं। मंगल का वृश्चिक और मेष राशियों में होना भी मांगलिक प्रभाव को नष्ट करता हैं। आइए अब जानते है की मांगलिक दोष की काट क्या है ?
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मांगलिक दोष की काट क्या है ?

मांगलिक दोष का नाम सुनते ही अधिकत्तर लोग डर जाते हैं। ज्योतिष में इस दोष को व्यक्ति के जीवन को बुरी तरह प्रभावित करने वाला माना गया हैं। मांगलिक दोष की वजह से कई समस्याएं आती है जैसे शादी में देरी, बीमारियां और दुर्घटनाएं, अत्यधिक खर्च, लड़ाई-झगड़े और सम्पत्ति विवाद आदि। जब किसी मांगलिक का शादी किसी सामान्य व्यक्ति से होती है तो इसका नकारात्मक प्रभाव पार्टनर पर भी पड़ता हैं। वही मांगलिक लड़के की शादी मांगलिक लड़की से होने से मंगल ग्रह का दुष्प्रभाव कम होता हैं। आज के समय में ज्यादात्तर लोग अपनी पसंद के लड़के/लडकियों से शादी करते हैं। अक्सर लव मैरिज में बिना कुंडली मिलान शादियां होती हैं। ऐसे में मांगलिक दोष की काट की जानकारी का होना बहुत ही जरुरी हैं। मांगलिक दोष की काट प्रतिकूल प्रभावों को कम कर पति-पत्नी के रिश्ते में सुधार करता हैं। मांगलिक दोष की निम्नलिखित काट सबसे प्रभावी हैं :-
- मंगलवार के दिन हनुमान और मंगल देव की एक साथ पूजा करने से व्यक्ति दोष मुक्त होता हैं।
- मांगलिक दोष निवारण हेतु प्रत्येक मंगलवार सुबह स्नान ध्यान करके हनुमान पाठ करनी चाहिए।
- भगवान शिव की पूजा करने के बाद 5 मुखी रुद्राक्ष को गले में धारण करने से प्रभाव समाप्त होता हैं।
- ज्योतिष शास्त्र में मांगलिक प्रभाव को कम करने के लिए विष्णु विवाह कराने की सलाह दी जाती हैं।
- मंगल ग्रह शान्ति संकल्प लेने हेतु किसी ज्ञानी और जानकारी पंडित की मदद लें। इसके अलावे महामृत्युंजय मन्त्र का जाप करें।
- मंगल ग्रह के तांत्रिक, वैदिक और एकाक्षरी बीज मंत्रों जैसे ( ॐ हां हंस: खं ख :, ॐ अग्निमूर्धादिव: ककुत्पति: पृथीव्यअयम अपा रेता सिजीन्नवती, ॐ अं अंगारकाय नम: ) के जाप से भी दोष का प्रभावहीन होता हैं।
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निष्कर्ष – मांगलिक दोष की काट
आज की इस पोस्ट में मैंने आपको बताया है की मांगलिक दोष की काट क्या है ? । माना जाता है की मांगलिक दोष वाले व्यक्ति सामान्य लोगों की तुलना में अधिक परेशानियों का सामना करते हैं। लेकिन आपको बता दे की मांगलिक दोष से पीड़ित व्यक्ति भी सामान्य लोगों की ही तरह जीवन व्यतीत कर सकते हैं। इसलिए अपने अंदर के डर को खुद पर हावी न होने दें। अगर आपका विवाह किसी गैर मांगलिक से हुई है तो इस स्थिति में ज्योतिष द्वारा बताएं गए काट और उपायों को जरुर करना चाहिए।
उम्मीद है की इस खास आर्टिकल में प्रोवाइड की गयी यह जानकारी आपके दोष निवारण को पूरी तरह नष्ट करेगा। इस पोस्ट को मांगलिक लड़के/ लकड़ियों के साथ जरुर शेयर करें।
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