शिवलिंग पर चावल कब नहीं चढ़ाना चाहिए? – शास्त्रों के अनुसार सम्पूर्ण जानकारी :- सामान्यत: पूजा कार्य हेतु फुल, सिंदूर, जल, चंदन, पत्तियां और चावल का उपयोग किया जाता हैं। चावल का भी उपयोग अक्षत के रूप में पूजा के लिए सबसे अधिक किया जाता हैं। जिस प्रकार हर व्यक्ति की अलग-अलग पसंद हो सकती है ठीक उसी तरह सभी देवी-देवताओं की पसंद और नापसंद होती हैं। इसी को ध्यान में रखकर शास्त्रों में बताया गया है की कौन सी वस्तु किस भगवान पर कब, क्यों और कैसे चढ़ाया जाना चाहिए। शिव पूजा में बहुत सी ऐसी पूजा सामग्री है जिसका उपयोग कुछ स्थितियों में वर्जित माना गया हैं। अक्सर भक्त यह प्रश्न करते है की शिवलिंग पर चावल कब नहीं चढ़ाना चाहिए? तो आइए इसके विषय में विस्तार से जानते हैं।
हिन्दू धर्म में अक्षत का उपयोग मुख्यत: पूजा में ही किया जाता हैं। शादी-विवाह, जनेऊ और अन्य तरह के शुभ अवसरों पर पूजा में चावल से निर्मित अक्षत तैयार किया जाता हैं। अक्षत माता लक्ष्मी से जुड़ा है। पूजा के दौरान अक्षत और चन्दन का तिलक लगाया जाता हैं। यह तिलक उन्नति और सम्मान का प्रतिक हैं। अक्षत में चावल के टुकड़े नहीं होने चाहिए। अखंडित चावल अक्षत के लिए अपवित्र मानी जाती हैं। आइए अब जानते है की शिवलिंग पर चावल कब नहीं चढ़ाना चाहिए?
शिवलिंग पर चावल कब नहीं चढ़ाना चाहिए?
शिव जी की पूजा में मुख्यत: फुल, जल, अक्षत चावल और बेलपत्र का इस्तेमाल किया जाता हैं। लेकिन शिवलिंग पर चावल अर्पित करने के कुछ नियम है जिसका पालन आवश्यक हैं। पूजा-पाठ में शुद्धता और नियमों को ध्यान में रखना चाहिए। शिवलिंग पर चावल तब नहीं चढ़ाना चाहिए जब खंडित हो अर्थात दो या कई भागों में टूटी हुई हो। शास्त्रों में यह भी बताया गया है की शिवलिंग पर चावल को तभी अर्पित करना चाहिए जब पूजा की सभी सामग्रियां उपलब्ध हो। सिर्फ चावल को शिवलिंग पर न चढाने के सलाह दी जाती हैं। अर्थात शिवलिंग पर चावल को तब भी नहीं चढ़ाना चाहिए जब आपके पास इसके अतिरिक्त अन्य पूजा सामग्री जैसे हल्दी और फुल न हो।
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शिवलिंग पर कितने चावल चढ़ाने चाहिए
शिवलिंग पर चावल चढाते समय गिनती की आवश्यकता बिल्कुल भी नहीं हैं। आप शिवलिंग पर चावल किसी भी मात्रा में चढ़ा सकते हैं। परन्तु अगर आपके पास पर्याप्त चावल नहीं है तो 7 या 11 चावल के दाने भी अक्षत के लिए शुभ और पर्याप्त माने जाते हैं। अत: आप पूजा में शिवलिंग पर 7 से 11 दाने चढ़ा सकते है लेकिन ध्यान रहे की वह टुटा हुआ बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। टूटे हुए या खंडित अक्षत चढाने से धन हानि की सम्भावना रहती हैं। जान बुझकर टूटे हुए चावल के दानों को पूजा के लिए इस्तेमाल करना अशुभता को आमंत्रित करती हैं।
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शिवलिंग पर चावल चढ़ाने का मंत्र
ज्यादात्तर भक्त शिवलिंग पर चावल अर्थात अक्षत को बिना मंत्रों के उच्चारण के ही चढ़ा देते हैं। पूजा के दौरान बिना मंत्र बोले चावल नहीं चढाया जाता हैं। शिवलिंग पर चावल चढाते हुए इस मंत्र ” अक्षताश्च सुरश्रेष्ठ कुंकमाक्ता: सुशोभिता: मया निवेदिता भक्त्या: गृहाण परमेश्वर ” का जप जरुर करना चाहिए। इस मंत्र का जप के साथ चावल चढ़ाने से धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
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शिवलिंग पर क्या नहीं चढ़ाना चाहिए
अलग-अलग देवी देवताओं के लिए अलग-अलग फुल और पूजा सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता हैं। शिव जी की पूजा के लिए कुछ चीजों का इस्तेमाल पूर्णत: वर्जित हैं। शिवलिंग पर कभी भी लाल रंग के फुल, केतकी, सिंदूर, नारियल का जल, तुलसी पत्र, चम्पा और कैथ के फुल और अनार फुल नहीं चढ़ाना चाहिए।
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शिवलिंग पर चावल कब चढ़ाना चाहिए
शिवलिंग पर चावल पूजा के दौरान किसी भी दिन चढाया जा सकता हैं। लेकिन सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन हैं। इस दिन चावल अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं। पति-पत्नी के बीच अंडरस्टैंडिंग बढती है और झगड़े कम होते हैं। गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति भी स्वस्थ होकर दौड़ने लगता हैं। हालांकि सोमवार के अलावे शिवरात्रि और प्रदोष व्रत में भी शिवलिंग पर चावल यानी अक्षत चढ़ा सकते हैं।
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शिवलिंग पर चावल चढ़ाने के फायदे
शिवलिंग पर चावल अर्थात अक्षत चढ़ाएं बिना पूजा पूरी नहीं होती हैं। आप जिस किसी भी इच्छा को मन में रखकर शिवलिंग पर चावल चढाते है वह जरुर पूरा होता हैं। शिवलिंग पर चावल चढ़ाने के निम्नलिखित फायदे होते हैं :-
- शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से समाज में मान-सम्मान बढ़ता हैं।
- व्यापार और जॉब में उत्पन्न हो रही समस्याएं दूर होती हैं।
- परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और इज्जत बढ़ता हैं।
- शिवलिंग पर चढ़े चावल का तिलक लगाने से मानसिक पीड़ा दूर होती हैं।
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निष्कर्ष – शिवलिंग पर चावल कब नहीं चढ़ाना चाहिए?
मुझे उम्मीद है की शिव जी की पूजा से संबंधित यह जानकारी ” शिवलिंग पर चावल कब नहीं चढ़ाना चाहिए? – शास्त्रों के अनुसार सम्पूर्ण जानकारी ” अच्छी लगी होगी। शिव जी की पूजा पूरी शुद्धता के साथ करनी चाहिए। इसलिए अगर आप शिवलिंग पर अक्षत या चावल चढ़ाना चाहते है तो उसे अच्छी तरह साफ़ करें। और यह भी ध्यान रखे की चावल के दाने टूटे-फूटे अथवा गंदे बिल्कुल भी न हो। दरसल जब चावल टुकड़ों में होता है तो उससे अक्षत बनाना अच्छा नहीं माना जाता हैं।
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