राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है ? – राक्षस गण का अर्थ और सम्पूर्ण जानकारी :- हमारी जन्मकुंडली हमें बताती है की हम किस गण से ताल्लुक रखते हैं। गण के तीन प्रकार मनुष्य गण, राक्षस गण और देव गण होते हैं। ज्योतिष में सभी गणों के गुणों और अवगुणों के बारें में बताया गया हैं। आपने शास्त्रों में देव और राक्षसों के बारें में जरुर पढ़ा होगा। ज्यादात्तर राक्षस बुरे प्रकृति के होते थे। ऐसे में जब विवाह का मामला आता है तो राक्षस गण की लड़कियों के विषय में लोग अधिक से अधिक जानने की कोशिश करते हैं। लोगों के मन में एक ही सवाल आता है की कही राक्षस गण की लड़कियों की प्रवृति भी राक्षसों की भांति तो नहीं होती हैं। लेकिन इस विषय में डरने या ज्यादा सोचने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं हैं। आइए विस्तार से जानते है की राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है ?

सभी गणों की अपनी-अपनी खासियत है इसलिए किसी गण को बुरा नहीं कहा जा सकता हैं। परन्तु देव गण वाले व्यक्ति को सबसे श्रेष्ठ माना जाता हैं। ज्योतिष शास्त्र कहता है की देव गण वाले व्यक्ति के गुण देवताओं से मिलते-जुलते हैं। इनमें अन्य गणों की अपेक्षा अच्छे-बुरे की पहचान करने की क्षमता अद्भुत और अकल्पनीय होता हैं। इसके अलावे संस्कार और दयालुता से भरे होते हैं। ये अच्छे चरित्र और बुद्धिमानी के लिए भी जाने जाते हैं। खैर आज हम बात करेंगे की राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है ?
राक्षस गण का अर्थ
किसी व्यक्ति का राक्षस गण में होने का मतलब है की उसका जन्म 9 नक्षत्रों अर्थात विशाखा, मघा, ज्येष्ठा, अश्लेषा, कृत्तिका, चित्रा, मूल, धनिष्ठा, शतभिषा में हुआ हैं। राक्षस गण में जो व्यक्ति जन्म लेता है उसका मष्तिष्क अन्य गणों के मुकाबले ज्यादा विचलन का शिकार होता हैं। नकारात्मकता इनपे ज्यादा जल्दी हावी होती हैं। हालांकि इनकी इच्छाशक्ति और साहस कमाल की होती हैं। जिसकी वजह से विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानते हैं।
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राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है ?

राक्षस गण नाम सुनते ही मन में अजीबों गरीब ख्याल आने शुरू हो जाते हैं। लोगों को लगता है इस गण की लड़कियों में सिर्फ राक्षसी गुण होते हैं। लेकिन सच तो यह है की इस गण का राक्षसों से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं हैं। हालांकि तीनों गणों के गुण, कार्यक्षमता और सोच में कुछ भिन्नता होती हैं। जिसकी वजह से ज्योतिष शास्त्र राक्षस गण की लड़कियों का विवाह देव गण के लड़कों से न करने की सलाह देते हैं।
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राक्षस गण और देव गण मैरिज
ज्योतिष शास्त्र कहता है की शादी-विवाह बिना कुंडली मिलान के नहीं करना चाहिए। कुंडली से ही पता चलता है की आप किस गण से बिलोंग करते हैं। जो मानव गण से ताल्लुक रखते है वे किसी भी गण से विवाह कर सकते हैं। लेकिन अगर लड़की राक्षस गण से है तो इस स्थिति में विवाह सिर्फ मानव गण से ही करनी चाहिए। राक्षस गण वाले व्यक्ति का विवाह देव गण से नहीं करनी चाहिए। दरसल दोनों की सोच, लाइफस्टाइल और परिस्थितियों से डील करने की क्षमता में अंतर होता हैं। राक्षस गण के लड़के और लड़कियां जल्दी क्रोधित हो जाते हैं। हालांकि उनका क्रोध क्षणिक होता है। इनमें खुद पर कण्ट्रोल करने की अद्भुत क्षमता होती हैं। राक्षस गण की लड़कियां बेहद साहसी होती हैं। वही देव गण वाले इंसान सकारात्मक सोच रखते हैं। इस गण के लोग बहुत ही संस्कारी और ईमानदार होते हैं। जिनसे प्रेम करते है उन्हें कभी धोखा नहीं देते हैं। दयालु स्वाभाव के चलते दुश्मनों को भी आकृष्ट करते हैं। अत: राक्षस गण और देव गण दोनों के गुण भिन्न होते है जिसकी वजह से मैरिज न करने की सलाह दी जाती हैं।
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राक्षस गण से कौन विवाह कर सकता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बिना गुणों के मिलान के नहीं करनी चाहिए अन्यथा आगे चलकर जीवन में बहुत ही परेशानियां आती हैं। शास्त्र कहते है की राक्षस गण से सिर्फ मानव गण के लड़के/लड़कियां ही विवाह के योग्य हैं। अगर राक्षस गण के पुरुष/महिला का विवाह देव गण के महिला/पुरुष से हो जाता है तो विवाह उपरांत का जीवन मुश्किलों भरा होता हैं।
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कुंडली में राक्षस गण होने से क्या होता है?
कुंडली में राक्षस गण होना या न होना किसी भी व्यक्ति के कण्ट्रोल में नहीं है क्योकि यह जन्म से ही होता हैं। इस गण के लोग अपने निर्णयों पर अडिग रहने वाले होते है। जिसकी वजह से कई बार मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता हैं। हालांकि किसी भी परिस्थिति में लक्ष्य से पीछे नहीं हटते हैं। कुछ बुरा होने से पहले ही उसका एहसास हो जाता हैं। इस गण के लोग बहुत ही साहसी और प्रतिभावान होते हैं। अपनी बुद्धिमानी से मुश्किल से मुश्किल चुनौतियों का भी बिना डरे सामना करते हैं। कुंडली में राक्षस गण होने से देव गण से शादी नहीं हो सकती हैं।
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निष्कर्ष – राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है
आज की इस खास पोस्ट ” राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है ? – राक्षस गण का अर्थ और सम्पूर्ण जानकारी ” में राक्षस गण और देव गण मैरिज और कुंडली में राक्षस गण होने से क्या होता है? इसकी जानकारी दी गयी हैं। ज्यादात्तर लोग सोचते है की राक्षस गण बुरे गुण वाले होते हैं। राक्षस गण की लड़कियां देव गण के अलावे सभी से विवाह कर सकती हैं। ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है की शादी-विवाह जल्दबाजी में नहीं करनी चाहिए। अगर किसी अन्य गण के पुरुष की शादी राक्षस गण की महिला के साथ हो रही है तो मन में यह सवाल उठाना लाजमी है की राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है ?
आज की यह पोस्ट ” राक्षस गण की लड़कियां कैसी होती है ? – ” आपको निश्चित ही पसंद आयी होगी। इस पोस्ट में संलग्न जानकारी ज्योतिष शास्त्र के आधार पर प्रोवाइड की गयी हैं। इस महत्वपूर्ण जानकारी को उन लोगों के साथ जरुर शेयर करें जिनके मन में गणों को लेकर प्रश्न चलते रहते हैं।
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