गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए – कारण, लक्षण और इलाज

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गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए – कारण, लक्षण और इलाज – कई लोग कम उम्र में ही गर्दन के पीछे दर्द से परेशान रहते हैं। दर्द की वजह से किसी भी काम में मन नहीं लग पाता हैं। यह समस्या उन लोगों में ज्यादा देखी जाती है जो घंटों एक जगह खड़े या बैठे रहते हैं। जो लोग ऑफिस में कंप्यूटर पर बिना गर्दन हिलाए एक ही पोजीशन में सुबह से शाम तक काम करते रहते है उनकी गर्दन, सर और पीठ में दर्द होना बेहद आम हैं। अर्थात गलत पोश्चर दर्द की मुख्य वजह हैं। गर्दन के पीछे और नीचे के दर्द की स्थिति को सर्वाइकल पेन के नाम से भी जाना जाता हैं।

इस दर्द की समस्या से निपटने के लिए एक्सरसाइज, आयुर्वेदिक उपचार और कुछ बेहतरीन घरेलु उपायों की जानकारी नीचे विस्तृत रूप से प्रदान की गयी हैं। नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी हैं की गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए ?

गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए
गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए

गर्दन की दर्द की मुख्य वजह लिगामेंट, तंत्रिका और मांसपेशियों में खिंचाव का आना हैं। जब गर्दन के पिछले भाग में दर्द होता है तो उसे मोड़ने, नीचे और ऊपर करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती हैं। लिगामेंट, तंत्रिका और मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या मुख्यत: गलत तरीके से सोने, उठने, बैठने और गिरने अर्थात एक्सीडेंट की वजह से होती हैं। आइए जानते है की गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए ?

गर्दन दर्द का कारण

गर्दन दर्द का कारण
गर्दन दर्द का कारण

गर्दन के पीछे होने वाले दर्द का उपचार जानने से पहले यह जानना जरुरी है की इस दर्द की मुख्य वजह क्या हैं। दर्द की सबसे आम वजह चोट, गलत पोजीशन में सोना, एक ही पोजीशन में लगातार बैठे रहना और शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती हैं। नीचे गर्दन दर्द के सभी संभावित कारणों के बारे में बताया गया हैं। साथ ही आपको बताने जा रहा हूं की गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए ?

  • गर्दन पर चोट से लिगामेंट, हड्डी या मांशपेशियों को क्षति पहुंचने से
  • गलत पोश्चर में सोने, उठने या बैठने से
  • लगातार बिना गर्दन को झुकाकर काम करते रहने से
  • एक ही स्थिति में गर्दन को रखना
  • गठिया की समस्या ( हालाँकि इस बीमारी में पुरे शरीर की हड्डियों में दर्द महसूस होता हैं )

इसके अलावे मेनिनजाइटिस जिसमें गर्दन के पीछे सर और हड्डियों के टिश्यू में सुजन हैं। इस स्थिति में भी गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द होता हैं। उपर बतायी गयी स्थिति ही गर्दन दर्द का मुख्य कारण हैं। घर पर गर्दन और कंधे के दर्द का सबसे अच्छा इलाज क्या है? इसकी जानकारी नीचे पढ़ें। तो आइए देर न करते हुए जानते है की गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए ?

गर्दन दर्द के लक्षण

गर्दन की दर्द एक आम समस्या हैं। इस समस्या में व्यक्ति को छोटे-छोटे काम करने में भी परेशानी आती हैं। गर्दन के पीछे दर्द होने पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

  • गर्दन में अकडन होना
  • सर को दाएं-बाएं घुमाने में दिक्कत महसूस होना
  • गर्दन में बेहद तीव्र दर्द महसूस होना
  • कभी-कभी गर्दन में सुन्नता महसूस होना
  • प्रभावित जगह पर जलन महसूस होना
  • गर्दन दर्द की वजह से सर दर्द भी होता हैं

अब तक आपने जाना की गर्दन दर्द के लक्षण और कारण क्या हैं। अब जानते है की गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए ।

घर पर गर्दन और कंधे के दर्द का सबसे अच्छा इलाज क्या है?

घर पर गर्दन और कंधे के दर्द का सबसे अच्छा इलाज आयुर्वेदिक दवा, होममेड मेडिसिन, अंग्रजी टेबलेट और एक्सरसाइज आदि हैं। आप बिना दवाओं के भी एक्सरसाइज के जरिए इस समस्या को महज कुछ ही दिनों में दूर कर सकते हैं। नीचे गर्दन दर्द का आयुर्वेदिक उपचार, अंग्रेजी दवाओं, घरेलु उपाय और एक्सरसाइज की सम्पूर्ण जानकारी नीचे प्रदान की गयी हैं।

गर्दन दर्द की टेबलेट

सामान्य कारणों से गर्दन के पिछले हिस्से में हो रही दर्द की समस्या अमूमन कुछ दिनों में स्वत: ही गायब हो जाती हैं। लेकिन अगर यह समस्या ज्यादा दिनों तक बनी रहती हैं तो डॉक्टर की सलाह आवश्यक हैं। डॉक्टर्स इस स्थिति में दर्द के कारणों की वजह का पता कर दवा लिखते हैं। दर्द से तत्काल आराम के लिए डॉक्टर्स डाईक्लोफेनाक, इबुप्रोफेन और नाप्रोक्सेन जैसी दर्द निवारक दवाएं सजेस्ट कर सकते हैं।

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गर्दन दर्द का आयुर्वेदिक उपचार

कई लोग अंग्रजी दवाओं के सेवन से बचना चाहते हैं। इसकी प्रमुख वजह से दवाओं से होने वाले साइडइफेक्ट्स हैं। गर्दन दर्द का इलाज आयुर्वेदिक दवाइयों द्वारा भी संभव हैं। आयुर्वेदिक दवाओं के साइडइफेक्ट्स न के बराबर हैं। गर्दन दर्द का कुछ बेहतरीन आयुर्वेदिक उपचार नीचे बतायी गयी हैं।

गर्दन के पीछे दर्द हो तो अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करना चाहिए

अश्वगंधा चूर्ण का उपयोग कई शारीरिक समस्यायों को दूर करने में किया जाता हैं। इसका सेवन मांशपेशियों के खिंचाव और सुजन को तेजी से कम करता हैं। मार्केट में अश्वगंधा से निर्मित टेबलेट और चूर्ण उपलब्ध हैं। इसमें एंटीइन्फ्लामेंट्री गुण भी जो दर्द से प्रभावित स्थान के सुजन को कम करने में मदद करती हैं।

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नीम और बला

नीम और बला से निर्मित काढ़े का सेवन भी गर्दन के पीछे के दर्द को कम करता हैं। यह काढ़ा न सिर्फ आपके गर्दन के दर्द को कम करता हैं बल्कि पुरे शरीर के पेन से भी तत्काल रिलीफ प्रदान करता हैं। काढ़ा बनाने के लिए एक सस्पेन में आधा चम्मच बला जड़ और नीम छाल के चूर्ण को १ कप पानी के साथ उबालना हैं। आप चाहे तो थोड़ा नमक भी ऐड कर सकते हैं। सुबह-शाम दो बार इसका सेवन करने से दर्द से राहत मिलती हैं।

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गर्दन दर्द के घरेलू उपाय

अगर गर्दन दर्द की समस्या आम कारणों से हुई हैं जैसे गलत पोश्चर में सोने, उठने या बैठने से तो इस स्थिति में घरेलु उपाय भी बेहद कारगर हैं। आप घर में मौजूद चीजों से भी आसानी से इस समस्या से निज़ात पा सकते हैं। गर्दन दर्द के कुछ सबसे प्रभावी घरेलू उपाय अर्थात होम मेड रेमेडी बनाने के तरीके नीचे बताए गए हैं। गर्दन के पीछे दर्द हो तो घरेलू उपाय जरुर करना चाहिए ।

गर्दन के पीछे दर्द हो तो लहसुन का इस्तेमाल करना चाहिए

हर घर में लहसुन तो जरुर ही होता हैं। लहसुन का उपयोग सबसे ज्यादा शब्जियों में किया जाता हैं। लेकिन क्या आपको पता है की लहसुन एक आयुर्वेदिक औषधि भी हैं। जिसमें सुजन को कम करने वाले गुण होते हैं। यह नसों, मांशपेशियों और अन्य तरह के सुजन को कम कर दर्द से तुरंत राहत प्रदान करता हैं। एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स से भरपूर लहसुन जॉइंट पेन की समस्या में भी प्रभावी हैं। सरसों तेल इसे मिलाकर हल्की-हल्की मसाज देने से सुजन की समस्या दूर होती हैं।

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गर्दन के पीछे दर्द हो तो मसाज करना चाहिए

मसाज गर्दन की पीछे की दर्द से छुटकारा पाने का सबसे बेस्ट उपाय हैं। मसाज के लिए तेल और टेनिस बॉल की सहायता ले सकते हैं। मसाज के लिए तिल आयल और अरंडी आयल सबसे बेस्ट हैं। सर्वाइकल में यह दोनों तेल काफी फायदेमंद हैं। तेल की मालिश माश्पेशियों के साथ-साथ हड्डियों को भी मजबूती देता हैं। यह तेल हड्डी के जोड़ों तक पहुंचकर नमी को बरकरार रखता हैं। जिसकी वजह से जोड़ों की दर्द में भी यह काफी लाभदायक हैं।

गर्दन के पीछे दर्द हो तो व्यायाम करना चाहिए

घरेलु उपायों में गर्दन दर्द के लिए एक्सरसाइज भी शामिल हैं। एक्सरसाइज गर्दन के पीछे की दर्द को आसानी से दूर कर सकता हैं। नीचे बताए गए २ व्यायाम गर्दन दर्द की समस्या को दूर करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता हैं।

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गर्दन दर्द के लिए एक्सरसाइज

दोस्तों, गर्दन दर्द की समस्या को दूर करने के लिए कई एक्सरसाइज है। एक्सरसाइज की मदद से यह समस्या बहुत जल्द समाप्त हो सकती हैं। गर्दन दर्द के लिए २ सबसे प्रभावी एक्सरसाइज के बारें में नीचे बताया गया हैं। गर्दन के पीछे दर्द हो तो एक्सरसाइज भी जरुर करना चाहिए ।

धनुरासन

धनुरासन करने से गर्दन के आगे और पीछे की मांशपेशियों को मजबूती मिलती हैं। इस व्यायाम को करने के लिए जमीन पर मैट बिछाकर पेट को जमीन की ओर कर लेट जाए।

  • उसके बाद घुटनों थोड़ा अंदर की ओर करें।
  • अब आप आसानी से हाथों को कुल्हे के पास रख सकते हैं।
  • अब हाथों की सहायता से पैर को पकड़ें।
  • अब एक लम्बी सांस लें।
  • और फिर हथेलियों के साथ-साथ जांघों को ऊपर की ओर उठाएं।
  • अब शरीर ऊपर उठाते हुए कुछ समय तक उसी स्थिति में बने रहे।
  • अब सांसों को बाहर करते हुए प्रारम्भिक अवस्था में आ जाए।
  • इस व्यायाम को दिन में एक बार जरुर करें।

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गर्दन के पीछे दर्द हो तो नेक रिलीज व्यायाम करना चाहिए

नेक रिलीज व्यायाम गर्दन और गर्दन के नीचे वाले भाग में हो रहे दर्द के लिए सबसे बेस्ट व्यायाम हैं। इस व्यायाम की स्टेप्स नीचे बतायी गयी हैं।

  • सबसे पहले मैट बिछाकर पालथी मारकर बैठ जाए।
  • अब हाथ बाएं और दाएं हाथों को बारी-बारी से सर पर रखकर हाथों के उल्टा दिशा में गर्दन को घुमाएं।
  • ध्यान रहे की गर्दन को घुमाकर २५ सेकंड तक उसी अवस्था में बरकरार रखें।
  • अब गर्दन को पीछे और नीचे की तरफ झुकाकर उतने ही समय तक रखें।
  • इस व्यायाम की खास बात यह है की इसे कभी भी-कही भी किया जा सकता हैं।

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निष्कर्ष – गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए

इस पोस्ट में मैंने बताया है की गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए ? साथ ही इस समस्या के कारण, लक्षण और इलाज की सम्पूर्ण भी इस हेल्थ पोस्ट में इन्क्ल्युड किया गया हैं। ज्यादात्तर लोग पेन किलर्स नहीं खाना चाहते हैं। पेन किलर्स शरीर के स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं। हालांकि अंग्रेजी दवाइयों की जगह आयुर्वेदिक और घरेलु उपचार की मदद ली जा सकती हैं। सामान्य कारणों से हुई इस समस्या के निदान के लिए व्यायाम और घरेलु उपचार काफी प्रभावी हैं।

उम्मीद है की यह जानकारी ” गर्दन के पीछे दर्द हो तो क्या करना चाहिए – कारण, लक्षण और इलाज ” आपको पसंद आयी होगी। इस महत्वपूर्ण जानकारी को उन तक शेयर करें जो वर्तमान में इस समस्या से जूझ रहे हैं।

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