ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए – ग्राइप वाटर फॉर बेबी – आपने कई पेरेंट्स को बच्चों को ग्राइप वाटर देते देखा होगा। ग्राइप वाटर बहुत सारी कंपनियां बनाती हैं। इसका इस्तेमाल छोटे बच्चे से जुड़ी कई समस्यायों के इलाज में किया जाता हैं। यह आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर मिल जाता हैं। शिशुओं में अक्सर कब्ज, पेट दर्द और पेट से जुडी अन्य समस्याएं होती रहती हैं। इसका उपयोग इन समस्यायों के इलाज में पुराने समय से ही किया जाता रहा हैं। इसके इस्तेमाल से पहले ग्राइप वाटर के बारें में जान लेना आवश्यक हैं। ग्राइप वाटर के नुकसान और फायदे की सम्पूर्ण जानकारी नीचे प्रोवाइड की गयी हैं। साथ ही बताया गया हैं की ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए और कब देना चाहिए ?
ग्राइप वाटर क्या है
यह तरल दवा हैं जिसमें कई तरह की जड़ीबूटियां होती हैं। इसे अलग-अलग कंपनिया भिन्न-भिन्न जड़ीबूटियों को मिश्रित कर बनाती हैं। सामान्यत: इसमें सौंफ, दालचीनी, सोडियम बाइकार्बोनेट, इलायची, कैमोमाइल, नींबू बाम, जायफल आदि हो सकते हैं। इसका उपयोग मुख्यत: पेट की समस्या से निजात पाने के लिए किया जाता हैं। कुछ कंपनियां ग्राइप वाटर में अल्कोहल भी मिलाती हैं। अल्कोहल वाले ग्राइप वाटर बच्चों के लिए हानिकारक हैं इसलिए खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करें इसमें अल्कोहल न हो। आइए जानते हैं की ग्राइप वाटर के फायदे और नुकसान क्या -क्या हैं।
ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए
ग्राइप वाटर चिकित्सक की सलाह के बाद ही देना चाहिए। इस तरल पदार्थ को 30 दिन की उम्र होने के पश्चात ही देना चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार 6 महीने तक किसी भी बच्चे को मां के दूध के अलावे किसी अन्य चीज की जरूरत नहीं होती हैं। कुछ लोग जन्म के महज 3 से 4 दिन बाद ही ग्राइप वाटर देने लगते हैं। ऐसा करना बच्चे की लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। इसे बनाने वाली कंपनियां 15 दिन की उम्र से ही इसके इस्तेमाल की सलाह देते हैं।
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ग्राइप वाटर के फायदे और नुकसान
दोस्तों ग्राइप वाटर के फायदे अनेक हैं। परन्तु इसके कुछ नुकसान भी संभव हैं। अत: हर पेरेंट्स को इसके फायदे और नुकसान की जानकारी को जानना चाहिए।
ग्राइप वाटर के फायदे
दांत निकलने के साथ ही शिशु को दस्त और गैस की समस्या होने लगती हैं। इस स्थिति में ग्राइप वाटर फायदेमंद साबित हो सकता हैं। इसमें प्रोबायोटिक्स हैं जो मसुढे के सुजन की समस्या से कुछ हद तक राहत देता हैं। इसे बच्चों को पिलाने से चिड़चिड़ेपन की समस्या भी दूर होती हैं। इसके अलावे कब्ज के कारण भी बच्चों का पेट दर्द होने लगता हैं। जब बच्चो के पेट में दर्द की समस्या होती हैं तो वे घंटों रोते रहते हैं। इसे पिलाने बच्चों को अच्छा अनुभव होता हैं और दर्द से आराम भी मिलता हैं।
इसमें मौजूद जड़ीबूटियां पाचन तन्त्र से जुड़ी समस्यायों को दूर करता हैं। सोडियम बाइकार्बोनेट की उपस्थिति के चलते बच्चों को एसिडिटी से मुक्ति मिलती हैं। सौंफ बच्चे के पाचन क्रिया को उत्तेजित करती हैं। इसके अलावे जड़ीबूटियों की मदद से बच्चे की इम्युनिटी भी ठीक रहती हैं। अगर बच्चे का लैट्रिन कड़ा होता हैं तो इसमें मौजूद लैक्सेटिव प्रभाव लैट्रिन को मुलायम कर स्थिति में सुधार लाता हैं। इससे लैट्रिन आसनी से बाहर निकल आता हैं।
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ग्राइप वाटर के नुकसान
1. सोडियम बाइकार्बोनेट का अधिक सेवन बच्चों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इससे बच्चे को उल्टी और पेट में जलन भी हो सकती हैं।
2. अधिक मात्रा में पिलाने से गले में जलन और सांस लेने में परशानी भी हो सकती हैं।
3. कुछ शिशुओं में इसका सेवन एलर्जी का कारण भी बन सकती हैं।
4. कुछ कंपनियों के ग्राइप वाटर में एल्कोहल हो सकती हैं तो शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा पहुंचा सकती हैं।
5. यह ठंडी प्रकृति का होता हैं अत: ठंड के मौसम में इसके सेवन से शिशु की आँखें भर सकती हैं।
6. इसके अलावे खुजली, सुजन, एलर्जी जैसी समस्याएं भी कुछ मामलों में दिखाई दे सकते हैं।
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ग्राइप वाटर कितना देना चाहिए – ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए
6 महीने से ऊपर के बच्चों को ही ग्राइप वाटर दिया जाना चाहिए। हालाँकि कुछ लोग 1 महीने की उम्र से ही देना शुरू कर देते हैं। अगर आप 1 महीने के बच्चे को यह वाटर देना चाहते हैं तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें। 6 महीने से ऊपर के बच्चे को 2 से 2।5 ml ग्राइप वाटर देना चाहिये। यह भी ध्यान रखें की दिन में ज्यादा से ज्यादा 3 बार ही इसका उपयोग करें। अधिक जानकारी के लिए निकटतम चिकित्सक की सलाह लें।
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बच्चों को ग्राइप वाटर कब देना चाहिए
जन्म से लेकर 30 दिन दिनों तक सिर्फ मां का दूध ही पर्याप्त हैं। 1 महीने से कम के बच्चों को ग्राइप वाटर देना सुरक्षित नहीं हैं। ग्राइप वाटर को निर्मित करने वाली कंपनिया बच्चों के लिए इसे बिल्कुल सुरक्षित मानते हैं। हालाँकि इसके कुछ नुकसान भी हैं इसलिए हमेशा डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करना उचित हैं। कंपनी कहती हैं की सिर्फ 15 दिन के बच्चे भी इसका सेवन कर सकते हैं। परन्तु एक्सपर्ट्स की राय हैं की ऐसा करना बच्चे को नुकसान पंहुचा सकती हैं।
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निष्कर्ष – ग्राइप वाटर के नुकसान और ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए
दोस्तों इस पोस्ट में मैंने आपको बताया हैं की ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए और इसे देने का तरीका क्या हैं। साथ ही इस पोस्ट में मैंने आपको ग्राइप वाटर के नुकसान और फायदे की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की हैं। इसमें मौजूद तत्वों की वजह से कभी-कभी शिशु को नुकसान भी होता हैं। अत: बेहद कम उम्र अर्थात नवजात को यह सलूशन नहीं दिया जाना चाहिए।
मुझे आशा हैं की आपको आज की यह जानकारी ” ग्राइप वाटर के नुकसान और ग्राइप वाटर कितने महीने के बच्चे को देना चाहिए ” अच्छी लगी होगी। इस जानकारी को सोशल मीडिया पर जरुर से जरुर शेयर करें।
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