इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए – पूरी जानकारी क्या खाना सही हैं विस्तार से जाने

इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए – इस्नोफीलिया जो की एक तरह का White Blood Cells हैं। इसे शार्ट में WBC भी कहते हैं। जब हमारे बॉडी में इन कोशिकाओं सामान्य से ज्यादा वृद्धि होती हैं तो इसे इस्नोफीलिया के नाम से जाना जाता हैं। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति के गले में संक्रमण होना और सांस लेने में तकलीफ का होना आम हैं। इस समस्या का अगर सही समय पर इलाज न किया जाएँ तो यह भयंकर रूप ले सकती हैं। यह रोग बेहद खतरनाक हैं जो आपके गले हृदय, किडनी और मष्तिष्क को भी प्रभावित कर सकती हैं। जब इओसिनोफिल्स की संख्या ब्लड में 1 मिलीमीटर में 500 से अधिक हो जाती हैं तो इसे इस्नोफीलिया होना कहा जाता हैं।

इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए - पूरी जानकारी क्या खाना सही हैं विस्तार से जाने
इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए – पूरी जानकारी क्या खाना सही हैं विस्तार से जाने

जब इस तरह के सेल्स ज्यादा बढ़ने लगते हैं तो यह अन्य अंगों में भी तेजी से फैलने लगते और उन अंगों को भी प्रभावित करते हैं। इस्नोफीलिया की समस्या में खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आज हम आपको इस्नोफीलिया और इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए इसके बारें में पूरी जानकारी विस्तारपूर्वक बताने जा रहे हैं।

इस्नोफीलिया क्या हैं ?

जैसा की मैंने आपको बताया की यह एक प्रकार का सफ़ेद रक्त कोशिका होती हैं जिसका मुख्य काम हमारे शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करना हैं। यानी हम कह सकते हैं की यह हमारे इम्युनिटी सिस्टम का एक प्रमुख हिस्सा हैं जिसकी मदद से शरीर संक्रमण या रोगों से सुरक्षित रहता हैं । लेकिन इन सेल्स का जरूरत से ज्यादा बढ़ना भी शरीर के लिए उचित नहीं हैं। शरीर में इयोस्नोफिल्स सेल्स जब सामान्य से ज्यादा हो जाता हैं तो इसे Eosinophilia रोग नाम दिया जाता हैं। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो शरीर में Eosinophilia रोग को बढ़ावा देते हैं। इसलिए आपको बताएँगे की इस रोग में आपको क्या खाना हैं और क्या नहीं। साथ ही बताएँगे की इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए जिससे इस समस्या को बढ़ने से रोका जा सकें।

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इस्नोफीलिया के कारण

यह बीमारी एलर्जी, फंगल इन्फेक्शन, अस्थमा, बोन मैरों सबंधित विकार, कैंसर, कुछ दवाओं और गलत खान पान की वजह से हो सकती हैं। गठिया जैसे रोगों में ब्लड में इयोस्नोफिल्स सेल्स की संख्या बढ़ने लगती हैं। इसके अलावे कभी-कभी पेट का संक्रमण भी इयोस्नोफिल्स सेल्स को बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं। आइयें जानते हैं की इयोस्नोफिल्स सेल्स के शरीर में बढ़ने पर कौन-कौन से लक्षण मुख्य रूप से दिखाई देते हैं:

इस्नोफीलिया के लक्षण

  • सांस लेने में दिक्कत महूसस करना
  • गले का सामान्य से अधिक फुल जाना
  • हड्डियों या नसों में दर्द होना
  • पेट में मरोड़
  • शरीर के कई अंगों में खुजली होते रहना
  • हृदय सबंधी बीमारियों का होना

यह सभी लक्षणों के अलावे अन्य कई और लक्षण दिखाई दे सकते हैं। चुकी इस्नोफीलिया होने के कारण होते हैं इसलिए सभी मरीज में अलग अलग लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। लेकिन सबसे आम लक्षणों में डीएम घुटना और गले का सुजन शामिल हैं।

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इस्नोफीलिया का इलाज क्या हैं।

इस्नोफीलिया के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसका इलाज जांच के पश्चात ही किया जाता हैं। दरसल सबसे पहले डॉक्टर यह पता करते हैं की यह रोग किस वजह से हुआ हैं। जब इन सेल्स के बढ़ने का कारण पता चल जाता हैं तो डॉक्टर उसी के अनुरूप इसकी दवाइयां आपको लेने की सलाह देते हैं।

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इस्नोफीलिया का घरेलु उपाय

इस रोग में जो लक्षण दिखाई देते हैं उसको कम करने के लिए आप घरेलु उपाय को आजमा सकते हैं। घरेलु उपाय की मदद से इस्नोफीलिया के लक्षणों पर काबू पाया जा सकता हैं। लेकिन ध्यान रहें की ये घरेलु उपाय सामान्य लक्षणों को ही दूर करती हैं। इसके इलाज के लिए डॉक्टरी परामर्श बेहद आवश्यक हैं।

1. इस रोग में अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए ताकि शरीर से हानिकारण पदार्थ बाहर निकलता रहें।
2. लक्षणों से राहत हेतु आप पानी और प्याज के रस का सेवन कर सकते हैं।
3. नीम के पत्ते का जूस भी इस समस्या से उत्पन्न हुए लक्षणों को कम करता हैं। इसका सेवन संक्रमण को दूर करने और खून को साफ करने के लिए किया जाता हैं।
4. भांप मशीन में पानी के साथ निलगिरी का तेल डालकर भांप लेने से भी सांस लेने में तकलीफ की समस्या दूर होती हैं।
5. इम्युनिटी को बूस्ट करने और संक्रमण की समस्या को दूर करने के लिए मेथी पानी गले के अंत तक पानी ले जाकर कुल्ला करें। ध्यान रहें की पानी हल्का गर्म रहना चाहिए।

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इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए – क्या-क्या खाना सही हैं

इस समस्या में इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजों का सेवन करना चाहिए। इम्युनिटी को बूस्ट करने हेतु आप शहद, हल्दी, लहसुन, अदरक जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावे पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और विटामिन युक्त शब्जियाँ और फलों का सेवन जरुर से जरुर करें। इस्नोफीलिया में खट्टे फलों के अलावे कोई भी फल कहा खा सकते हैं। आप सेब, अनार, मीठे अंगूर, केला और ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं।

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इस्नोफीलिया में कौन सा फल, शब्जी आदि नहीं खाना चाहिए

इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को ज्यादा तेल मसालें में पके भोजन से दुरी बनाना चाहियें। साथ ही खट्टे फल के सेवन से बचना चाहिए। इमली, दही, संतरा, अचार, दूध, मिर्च आदि के ज्यादा सेवन से बचें।

नोट :- यह एक सामान्य जानकारी हैं। इस बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह आवश्यक हैं।

इस्नोफीलिया में कौन सा फल खाना चाहिए और कौन सा नहीं इसकी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से मैंने आपको विस्तार से दी हैं। मुझे उम्मीद हैं की यह जानकारी आपको बेहद अच्छी लगी होगी। हेल्थ और ब्यूटी से जुड़ी जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग के दुसरे पोस्ट को पढ़ सकते हैं।

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