पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )

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पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )– आधुनिक समय में पढाई से ज्यादा जरुरी और कुछ भी नहीं हैं। पढाई-लिखाई आपके मष्तिष्क विकास में मुख्य योगदान देती हैं। इस आर्थिक युग में बिना पैसे जीवन व्यतीत करना असंभव हैं। बिना पैसे के आपको दो वक्त का भोजन भी नसीब नहीं हो सकता हैं। अच्छी लाइफ और जॉब के लिए पढाई बेहद जरुरी हैं। पढाई कर आप अपने लाइफ के सभी सपनों को आसानी से पूरा कर सकते हैं। बिना अच्छी शिक्षा के अच्छी नौकरी पाना या व्यवसाय करना बेहद मुश्किल होता हैं। इसलिए आइए जानते है की पढाई में मन कैसे लगाए ताकि जीवन आनंदमयी तरीके से व्यतीत की जा सकें।

पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )
पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )

ज्यादात्तर लोगो की यही समस्या है की उनका पढाई में मन नहीं लगता ( padhai me man nahi lagta ) हैं। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का पढाई से मन भटकना कोई बड़ी बात नहीं हैं। इस उम्र में शरीर में होने वाले हार्मोनल चेंजेज की वजह से अक्सर ही युवाओं का ध्यान पढाई से हट जाता हैं। हालांकि पढाई में मन न लगने की अन्य कई वजहें हो सकती हैं। पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai kaise kare ) इसके लिए कुछ बेहतरीन टिप्स मैंने नीचे बताए हैं।

पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )

पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )
पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )

नींद आना, नशे करना, दुसरे के ख्यालों में खोये रहना या किसी अन्य विषय में सोचते रहना आपकी पढाई को प्रभावित करती हैं। आज के समय में ज्यादात्तर युवा सोशल मीडिया, नशा और गलत संगत की वजह से अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। कम उम्र में प्यार में पड़ना और दिन रात पार्टनर के साथ फोन पर लगे रहना माइंड को पढाई से डाइवर्ट करती हैं। पढाई से मन भटकने की वजह मानसिक टेंशन, थकान, खराब स्वास्थ्य और घर का अशांत वातावरण भी हो सकता हैं। इसलिए आइए जानते है की पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye )।

1. पढाई के शांत वातावरण का चयन करें

अगर पढाई में मन नहीं लग रहा है तो ऐसे वातावरण का चयन करे जहां शांति हो। शोर-शराबा या अशांत जगह पर ध्यान अधिक भटकता हैं। पढाई में शांत जगह का बड़ा ही महत्त्व हैं। शांत जगह पर आप अपने मन को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। कई लोगों की लेट कर पढने की आदत होती हैं। लेट कर पढने से नींद आने लगती हैं। इसलिए पढाई के लिए टेबल-कुर्सी जरुर रखें। ऐसे में आपको कभी भी पढाई में नींद नहीं आएगी। ध्यान रहे की बैठने के लिए आरामदायक कुर्सी का ही उपयोग करें। इसके अलावे घर के दरवाजे खोल कर रखें ताकि सूर्य की पर्याप्त रौशनी घर में आती रहें। क्योकि उजाले में भी नींद जल्दी नहीं आती हैं।

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2. स्वास्थ्य और नींद का ख्याल रखें

पढाई में एकाग्रता तभी बनी रह सकती है जब आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो। इसलिए स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत ही जरुरी हैं। नींद की कमी से थकान और कमजोरी महसूस होती हैं। जिसकी वजह से पढाई करने का दिल नहीं करता हैं। बच्चे हो या युवा सभी को कम से कम ८ घंटे प्रतिदिन अवश्य सोना चाहिए। अंडे, अखरोट, बादाम, बीज वाले शब्जियां, हरी शब्जियां, हल्दी, पत्ता गोभी, पालक और टमाटर आदि का सेवन दिमाग के विकास और ब्रेन फंक्शन को ठीक करने के लिए बेहद अच्छा माना जाता हैं।

बादाम और अखरोट हमारे ब्रेन सेल्स के विकास में योगदान देती हैं। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड है जो आपकी यादाश्त को और ब्रेन कैपेसिटी को इनक्रीज करता हैं। वही अंडे में मौजूद कॉलिन भी याद करने की क्षमता को बढाता हैं। शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सभी तरह के विटामिन्स और पोषक तत्वों से भरपूर हरी शब्जियों का सेवन जरुर करें। शब्जियों में बीज और हल्दी का उपयोग जरुर करें। हल्दी में आयरन, जिंक, कॉपर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटीइन्फ्लामेंट्री गुण मौजूद होते है जो आपकी मेमोरी को शार्प करती हैं।

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3. लक्ष्य सेट करें

बिना किसी लक्ष्य के काम करते रहने से बोरियत फील होना आम बात हैं। जब आप कोई लक्ष्य सेट करके आगे बढ़ते है तब माइंड उसे पाने के लिए अलार्म की तरह याद दिलाता रहता हैं। बिना गोल के जीवन बेहद उदास और बोझिल सा लगने लगता हैं। लक्ष्य के प्रति इमानदार रहे। लक्ष्य सेट करने के लिए अपने इंटरेस्ट को ध्यान में रखें। अगर आप रूचि के विपरीत कोई कार्य करते है जैसे गलत सब्जेक्ट चूज करना और गलत कोर्स चूज करना आदि। तो इस स्थिति में मन का भटकना लाजमी हैं। इसलिए सब्जेक्ट और कोर्स का चयन इंटरेस्ट के अनुसार ही करे तो बेहतर होगा।

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4. योग और व्यायाम करें

योग से शरीर और मन दोनों ही स्वस्थ रहता हैं। वही व्यायाम आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी हैं। योग और व्यायाम खराब यादाश्त को दुरुस्त करती हैं। अशांत मन शांत होती हैं। जब आप तनाव या टेंशन महसूस करते है तो पढाई में मन नहीं लगता हैं। योग चमत्कारी तरीके से ब्रेन कोशिकाओं के विकास में सहयोग करता हैं।

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5. तनाव वाले माहौल से दूर रहना है जरुरी

अक्सर बच्चे पढाई के वक्त भटकाव का सामना करते हैं। मानसिक तनाव या चिंता भटकाव की प्रमुख वजह हैं। पेरेंट्स अक्सर बच्चों पर अच्छे मार्क्स के लिए दबाव डालते हैं। ऐसा करने से बच्चे काफी प्रेशर फील करते हैं। जिससे उनकी पढने की इच्छा मर जाती हैं। पढाई के अलावे खेल-कूद वाली एक्टिविटी जैसे क्रिकेट, कबड्डी और अन्य मानसिक विकास वाले गेम्स जैसे चेस खेल सकते हैं। इससे मूड फ्रेश रहेगा और पढाई में मन लगेगा।

बच्चों का पढाई में मन लगा रहे इसके लिए पेरेंट्स को यह कोशिश करते रहना चाहिए की उसे एक शांत और सुरक्षित वातावरण दें। अगर घर में माता-पिता लड़ते-झगड़ते रहेंगे तो बच्चों का मन पढाई में कभी भी नहीं लगेगा। साथ ही बच्चों को छोटी-छोटी बातों पर मारना-पिटना बिल्कुल गलत हैं। ऐसा करने से बच्चे डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं। जिससे पढाई करने की इच्छा मरने लगती हैं।

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निष्कर्ष – padhai me man kaise lagaye

इस पोस्ट में मैंने आपके सवाल ” पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye ) ” का सबसे उचित जवाब दिया हैं। बड़े हो या बच्चे सभी को ऊपर बताए गए टिप्स को फॉलो जरुर करनी चाहिए। इन टिप्स की मदद से पढाई के प्रति आपका इंटरेस्ट बढ़ सकता हैं। पढाई में इंटरेस्ट जगाने के लिए योग, तनाव मुक्त माहौल और स्वास्थ्य बेहद जरुरी हैं। साथ ही इंटरेस्ट के अनुसार लक्ष्य का चयन करे ताकि आगे चलकर पछतावा न हो।

मुझे उम्मीद हैं की यह पोस्ट ” पढाई में मन कैसे लगाए ( padhai me man kaise lagaye ) ” आपके सवालों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए पर्याप्त हैं। इस जानकारी को अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर कर सकते हैं।

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