पतंजलि मुंह खोलने की दवा – कारगर आयुर्वेदिक दवा और घरेलू उपाय – क्या आपका भी मुंह पूरा नहीं खुलता हैं अगर हां तो सावधान हो जाए। मुंह का न खुलना और खाने में दिक्कत का सामना करना बहुत बड़ी बीमारी का रूप ले सकती हैं। कई लोगों का मुंह के अंदर की मांसपेशियां इतनी ज्यादा सिकुड़ जाती हैं की पानी पीने में भी कठिनाई होती हैं। मुंह में खाने का निवाला लेने के बाद उसे चबाने में काफी कठिनाई होती हैं। इस समस्या से जूझ रहे लोगों को जल्दी से जल्दी इलाज करवाना चाहिए। कई बार इलाज में देर होने पर समस्या स्थायी रूप ले लेती हैं। पतंजलि द्वारा मुंह खोलने की कई औयुर्वेदिक दवा बनायीं जाती हैं।
दोस्तों, आमतौर पर सभी लोगों का मुंह ३० या ३० से अधिक मिमी तक खुलता हैं परन्तु जब मुंह इससे कम खुलता हैं तो खाने-पाने में कठिनाई महसूस होती हैं। अगर आपका मुंह २० मिमी से कम खुल रहा हैं तो यह चिंता का विषय हो सकता हैं। मुंह का पूरा न खुलना कई कारणों से हो सकता हैं। आइये सबसे पहले मुंह न खुलने के कारणों को जानते हैं उसके बाद मुंह खोलने की पतंजलि की कुछ अच्छी दवाओं के बारें में बतायेंगे।
मुंह खोलने में समस्या का मुख्य कारण
जबड़े का न खुलना या इसकी मांशपेशियों में सिकुड़न, जबड़े में सुजन का होना इस समस्या का बनती हैं। इस समस्या की वजह मुंह पर लगी कोई भीषण चोट या जाइगोमैटिक आर्च फ्रैक्चर हो सकती हैं। जो लोग अत्यधिक पान, गुटका चबाते हैं उनमें यह समस्या अक्सर देखी जाती हैं। ऐसे कई मामलें सामने आये हैं जिसमें पान गुटका चबाने वालों का मुंह १२ से १३ मिमी तक ही खुल पाता हैं। इस स्थिति में रोगी को दर्द और मुंह में सुजन की समस्या भी होती हैं। जबड़े का पूरी तरह न खुलने की समस्या को ट्रिसमस भी कहते हैं। इस बीमारी में रोगी को दर्द की अनुभूति ज्यादा होती हैं। इसके अलावे मुंह का कैंसर, गले के कैंसर और किसी प्रकार का संक्रमण भी इस समस्या को जन्म दे सकती हैं। गुल और कास्टिक सोडा का सेवन भी मुंह न खुलने की समस्या को जन्म देती हैं।
पतंजलि मुंह खोलने की दवा
मुंह खोलने की आयुर्वेदिक दवा सबसे बेस्ट मानी जाती हैं। आयुर्वेदिक दवाइयों के साइडइफेक्ट्स बेहद कम देखें जाते हैं। कुछ व्यायामों और घरेलु उपायों के जरिये भी इस समस्या का इलाज संभव हैं। अगर मुंह पूरी तरह से नहीं खुल रहा हैं तो या बेहद कम खुल रहा हैं तो इस स्थिति में सर्जरी की जाती हैं। आइये जानते हैं की पतंजलि मुंह खोलने की दवा कौन-कौन सी हैं।
खदिरादि वटी हैं – पतंजलि मुंह खोलने की बेस्ट दवा
पतंजली द्वारा बनायी जाने वाली इस आयुर्वेदिक दवा का उपयोग मुंह और गले से जुड़ी कई बीमारियों के इलाज में किया जाता हैं। जी हां, इसका उपयोग मुंह खुलने में दिक्कत, मसूड़े या जबड़े में सुजन, बोलने में दिक्कत होना, दांत दर्द, मुंह में संक्रमण, खराब गला और कफ आदि के इलाज में भी किया जाता हैं। इस दवा की ख़ास बात यह की इसके साइडइफेक्ट्स अब तक नहीं देखें गए हैं। इसका सेवन जीभ पर रखकर गलाकर किया जाता हैं। इसमें बबूल कत्था, जावित्री, तेजपत्ता, कबाबचीनी, लौंग, भीमसेनी कपूर आदि हैं। बबूल कत्था और कबाब चीनी सुजन को कम करने में बहुत प्रभावी हैं। कम निकालने के लिए कपूर भी इसमें मिलाया गया हैं। जावित्री में एंटीइन्फ्लामेट्री, एंटी-एलर्जिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। संक्रमण होने पर आयुर्वेदिक दवा के रूप में इसका उपयोग किया जाता हैं।
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मुंह खोलने के घरेलु उपाय
दोस्तों, मुंह खोलने की दवाई आयुर्वेद और एलोपैथ में मौजूद हैं। अगर स्थिति बेहद गंभीर हैं जैसे मुंह में एक साथ १ या दो ऊँगली ही जा पा रही हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलकर इलाज करवाना चाहिए। डॉक्टर दवाओं जैसे अंतःशिरा एंटीबायोटिक्स और सर्जरी के माध्यम से इलाज कर सकते हैं। दरसल कई बार दांतों और मसूढ़ों के सडन के चलते भी मुंह नहीं खुलता हैं। ऐसे में एंटीबायोटिक द्वारा इलाज किया जाता हैं। सबसे पहले गलत आदतों से खुद को दूर रखना जरुरी हैं। पान गुटका, खैनी, गुल, शराब जैसी चीजों का सेवन बिल्कुल न करें। नीचे बताएं गए कुछ व्यायाम और घरेलु उपायों से मुंह न खोलने की समस्या से छुटकारा मिल सकता हैं।
1. व्यायाम मुंह खोलने की दवा की तरह काम करता हैं
अगर आपके मुंह में आपकी तीन उंगलियां एक साथ प्रवेश कर जाती हैं तो इसे सामान्य माना जाता हैं। परन्तु कई बार ऐसा होता हैं की 2 उंगली भी मुश्किल से मुंह में प्रवेश करती हैं। ऐसे में इस समस्या का निदान जल्दी से जल्दी किया जाना आवश्यक हैं। ट्रिस्मस जैसी समस्या में व्यायाम बहुत लाभकारी हैं। स्ट्रेच व्यायाम मुंह खोलने के सबसे अच्छे उपायों में से एक हैं। इसके लिए आपको अपने हाथों की दो उँगलियों को यूज़ में लाना हैं। अपनी उँगलियों को दोनों होठों एक साथ रखते हुए मुंह खोले। आप जितना अधिक खोल सकते हैं उतना सही रहेगा। लेकिन ध्यान रहे की जबरदस्ती खोलने की कोशिश न करें। मुंह खोलने के बाद १५ सेकंड तक यथावत रहें। इसी तरह मुंह को बारी-बरी से दायें और बाएं भी १० से १५ बार घुमाएं। इन दोनों क्रिया को दिन में १५ बार जरुर करें।
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2. मुंह खोलने के लिए खान-पान में बदलाव करें
ज्यादात्तर लोग जब इस परेशानी से जूझ रहे होते हैं तो ऐसे भोजन करना शुरू कर देते हैं जो जिन्हें आसानी से डायरेक्ट निगला जा सकें। लेकिन इस समस्या से पीड़ित लोगों को भोजन में ठोस आहार लेने चाहिए। ध्यान रहे की अगर आपको दांतों की समस्या के चलते मुंह खुलने में दिक्कत हो रही हैं तो ठोस आहार न लें। ठोस आहार को चबाने से मुंह की अच्छी एक्सरसाइज़ हो जाती हैं। इसलिए पानी वाले खाद्य पदार्थों के साथ-साथ चबाने वाले अहारों को भी जरुर शामिल करें।
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3. मुंह खोलने के लिए ट्राई करें हीट थेरेपी
हीट थेरेपी इस समस्या के इलाज का बढ़िया विकल्प हैं। कफ, सुजन, मांशपेशियों में सिकुड़न जैसी समस्यायों के कारण मुंह न खोलने पर इस थेरेपी का सहारा जरुर लें। इसलिए आपको एक गिलास पानी गर्म करना होगा। गर्म पानी में एक सुखा और साफ़ सूती कपड़ा भिंगो लेना हैं। अब इस कपड़े की मदद से प्रभावित इलाकों को अच्छी तरह सेंकना हैं। इससे काफी आराम मिलेगा। अत: मुंह खोलने के लिए हीट थेरेपी जरुर ट्राई करें।
नोट:- दोस्तों, यह एक सामान्य जानकरी हैं। इन दवाओं और घरेलु उपायों का उपयोग तभी करना चाहिए जब समस्या शुरुवाती दौर में हो। अगर यह समस्या कई महीनों से हैं तो डॉक्टर को दिखाया जाना सबसे बेस्ट हैं।
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निष्कर्ष – पतंजलि मुंह खोलने की दवा
पतंजलि मुंह खोलने की दवा कारगर मानी जाती हैं। अगर आप इस समस्या से जूझ रहे हैं तो इलाज बेहद आवश्यक हैं। गुटखा और पान के कारण हमारा मुंह अनेक तरह के रोगों का घर बन जाता हैं। अगर समय रहते इन गन्दी आदतों को छोड़ दिया जाएं तो कुछ महीनों में स्वत: ही यह समस्या दूर हो जाती हैं। ध्यान रहे की तम्बाकू उत्पाद गले और मुंह के कैंसर का कारण बन सकता हैं। मुंह के कैंसर होने पर शुरवाती दिनों में दर्द नहीं होता हैं लेकिन बाद में मुंह का खुलना लगभग बंद हो जाता हैं।
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