तुलसी में सिंदूर लगाना चाहिए या नहीं : तुलसी पूजा से जुड़े प्रश्नों के उत्तर

तुलसी में सिंदूर लगाना चाहिए या नहीं : तुलसी पूजा से जुड़े प्रश्नों के उत्तर :- प्रत्येक हिंदू घरों में तुलसी का पौधा जरुर होता हैं। तुलसी बहुत ही पवित्र और औषधीय गुणों वाला पौधा हैं। इस पौधे से कई औषधियां निर्मित की जाती हैं। शास्त्रों के अनुसार, तुलसी माता लक्ष्मी का ही रूप हैं। जिनका विवाह श्री हरी विष्णु से हुआ हैं। तुलसी जी को कई नामों से जाना जाता हैं। इन्हें ही कल्याणी, वृंदा और नारायणी भी कहा जाता हैं। विष्णु पुराण में माता तुलसी का वर्णन मिलता हैं। हिन्दू घरों में स्त्रियां सुबह स्नान के पश्चात सबसे पहले माता तुलसी जी की पूजा अवश्य करती हैं। माता की पूजा सुहाग की रक्षा करता हैं। अगर आप तुलसी पूजन का सही तरीका नहीं जानते तो इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें।

तुलसी में सिंदूर लगाना चाहिए या नहीं : तुलसी पूजा से जुड़े प्रश्नों के उत्तर
तुलसी में सिंदूर लगाना चाहिए या नहीं : तुलसी पूजा से जुड़े प्रश्नों के उत्तर

माता तुलसी ममता की मूर्ति हैं। इनकी पूजा से घर-संसार में खुशियां आती हैं। पति की लंबी आयु के लिए स्त्रियां पूरी पवित्रता के साथ प्रतिदिन तुलसी पूजा करती हैं। शास्त्रों में तुलसी पूजा करने की विधि बतायी गयी हैं। तुलसी पूजा के संबंध में अक्सर भक्तगण गूगल पर कई सवाल करते हैं। जैसे तुलसी में कब जल देना चाहिए और तुलसी में सिंदूर लगाना चाहिए या नहीं आदि। तो आइए हम आपको बताते है की तुलसी पूजा के दौरान किन-किन बातों का ख्याल रखना जरुरी हैं।

तुलसी में सिंदूर लगाना चाहिए या नहीं

जी हाँ, तुलसी में सिंदूर लगाना चाहिए। पूजा के दौरान तुलसी पूजा में सिंदूर का उपयोग पति की अच्छी लाइफ और लंबी उम्र के लिए किया जाता हैं। सुबह स्नान के पश्चात तुलसी में जल डालने के बाद पत्तों में सिंदूर लगाना बहुत ही शुभ हैं। इससे लाइफ में चल रही समस्यायों को अंत होता हैं। अगर पति अक्सर बीमार रहता है तो तुलसी में सिंदूर जरुर लगाना चाहिए। परन्तु ध्यान रखे की तुलसी को स्नान कराने के पश्चात सिंदूर लगाना चाहिए। तुलसी में सिंदूर लगाने के अन्य लाभ निम्नलिखित हैं।

  • भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता हैं।
  • घर से नकारात्मक उर्जा और बुरी शक्तियां दूर होती है।
  • पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है और दूरियां कम होती हैं।
  • धन से जुड़ी समस्याएं समय के साथ धीरे-धीरे दूर हो जाती हैं।
  • जॉब और व्यवसाय में दिन-दुनी रात चौगुनी तरक्की होती हैं।
  • ईश्वर के आशीर्वाद से जलन और इर्ष्या जैसे भाव से छुटकारा मिलता हैं।
  • चंचल और गलत दिशा में भटके मन को एक अद्भुत शांति मिलती हैं।

मंगलवार को तुलसी में जल देना चाहिए या नहीं

शास्त्रों के अनुसार, तुलसी में जल देना सकारात्मकता को आकर्षित करता हैं। परन्तु सप्ताह के कुछ खास दिन इस पौधे में जल देना अशुभ समझा जाता हैं। मंगलवार के दिन भी कुछ लोग तुलसी में जल देते हैं, लेकिन माना जाता है की इस दिन जल देने से महाकाल रुष्ट हो सकते हैं। शास्त्र कहते है की रविवार के दिन के अलावे चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को भी जल देना निषेध हैं।

दरसल शास्त्रों में वर्णित है की तुलसी माता रविवार को पति के लिए व्रत रखती हैं। एकादशी और व्रत के दौरान तुलसी माता जल ग्रहण नहीं करती हैं। यही वजह है की इस दिन जल न देने की सलाह दी जाती हैं। निषेध दिनों में जल डालना आर्थिक और स्वास्थ्य समस्यायों का कारण बन सकती हैं।

रविवार को तुलसी में दीपक जलाना चाहिए या नहीं

रविवार, भगवान सूर्य से संबंधित हैं। इस दिन सूर्य देव के लिए दीपक जलाना और जल देना शुभ माना जाता हैं। ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है की सूर्य भगवान और श्री हरी के लिए एक साथ दीपक नहीं जलाना चाहिए। अगर आप भगवान सूर्य की पूजा नहीं कर रहे है तो घी के दिए तुलसी जी के लिए जला सकते हैं।

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गुरुवार को तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है

गुरुवार को तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है
गुरुवार को तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है

तुलसी पूजन में दूध और जल चढ़ाना अति शुभ माना जाता हैं। मानसिक शांति, आर्थिक संकट और कलह वाले माहौल से मुक्ति के लिए गुरुवार के दिन दूध जरुर चढ़ाना चाहिए। यह दिन भगवान श्री हरी विष्णु और देव गुरु का हैं। गुरुवार को तुलसी में दूध चढ़ाने से कुंडली में गुरु मजबूत होता हैं। जिससे धन संपदा में वृद्धि होती हैं। पीतल के लोटे में गंगा जल और दूध को एक साथ मिलाकर ही तुलसी के जड़ो में प्रवाहित करना चाहिए।

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गुरुवार को तुलसी में जल देना चाहिए या नहीं

बिल्कुल, आप गुरुवार के दिन में बिना संकोच तुलसी में जल प्रवाहित कर सकते हैं। जल प्रवाहित करने से घर का माहौल खुशनुमा बना रहता हैं। जल डालते हुए ७ बार तुलसी के पौधे की परिक्रमा जरुर करें। ऐसा करने से भक्त की मनचाही इच्छा पूर्ण होती हैं।

क्या तुलसी माता को सिंदूर लगाना चाहिए?

जी हाँ, तुलसी माता को सिंदूर लगाया जाता हैं। यह प्रथा पुराने समय से चलती आ रही हैं। वैवाहिक जीवन की समस्यायों को खत्म करने के लिए ही सिंदूर लगाने की प्रथा चली आ रही हैं। माना जाता है की इससे पति-पत्नी के सम्बन्धों में मिठास आती हैं।

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तुलसी माता का कौन सा फूल चढ़ाया जाता है?

शास्त्रों के अनुसार, तुलसी जी को सफेद रंग के फुल अतिप्रिय हैं। अत: आप सफ़ेद गुलाब, लिली, चमेली और कमल आदि चढ़ा सकते हैं।

गुरुवार को तुलसी के दीपक में कौन सा तेल डालना चाहिए?

गुरुवार का दिन देव गुरु और भगवान नारायण का हैं। विष्णु जी के लिए सरसों या अन्य तेल के दीपक गुरुवार के दिन प्रज्वलित नहीं किया जाता हैं। अगर आप गुरुवार के दिन दीपक जला रहे है तो इस बात का ध्यान रखना जरुरी हैं। आप इस दिन शुद्ध घी के दिए जला सकते हैं। भगवान विष्णु और उनके अवतारों को दूध से निर्मित चीजें बहुत पसंद हैं। यही वजह है की इस दिन दूध या मक्खन से निकले घी का उपयोग विष्णु जी की पूजा में किया जाता हैं।

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निष्कर्ष

आज की इस खास पोस्ट में मैंने शास्त्रों के अनुसार तुलसी पूजन में उपयोग में आने वाली विशेष पूजा सामग्रियों के विषय में बताया हैं। तुलसी जी की पूजा में दूध, गंगा जल, सिंदूर और सफ़ेद फुल चढ़ाने का विधान हैं। उम्मीद है की आपको आपके सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट के माध्यम से मिल गया होगा। तुलसी जी और विष्णु जी की पूजा में साफ-सफाई और पवित्रता का खास ख्याल रखा जाता हैं। तुलसी जी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पात्र बनने के लिए सिंदूर और दूध जरुर चढ़ाएं।

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