थायराइड का रामबाण इलाज बहुत असरदार

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थायराइड का रामबाण इलाज: नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे इस नए ब्लॉग पोस्ट पर जहां आज हम थायराइड का रामबाण इलाज क्या है इस पर चर्चा करेंगें। साथ ही हम इसके लक्षण और कारण भी जानेंगे। अगर बात करे हम आयुर्वेद की तो थायराइड को अवटू ग्रंथि का विकार कहते है।  यह विकार अनुचित खान पान, अव्यवस्थित जीवन शैली और टेंशन से होता है। इसके लिए वात, पित्त और कफ का असंतुलन जिम्मेदार होता है।

थायराइड का रामबाण इलाज बहुत असरदार
थायराइड का रामबाण इलाज बहुत असरदार

अगर बेहतर इलाज की बात करे तो इसके लिए एलोपैथी से बेहतर आयुर्वेद का इलाज माना जाता है। आयुर्वेद से थायराइड का रामबाण इलाज संभव हैं।

थायराइड के ईलाज के लिए जिन चीजों का इस्तेमाल आप रोज की लाइफ में करते है असल में वही आयुर्वेद के अनुसार कमाल का असर दिखाती है।

थायराइड क्या होता है?

थायराइड हमारे शरीर की ग्रंथि होती है जो गले के पास  पाई जाती है। थायराइड चयापचय  की क्रिया की कार्य प्रणाली को संभालता है। थायराइड हमारे शरीर में दो हार्मोन रिलीज करता है जिनका नाम ट्रायोडोथायरोनिन,थायरोक्सिन है। यह दोनो हार्मोन खून के जरिए हमारे शरीर की पुरी कोशिकाओं में जाते है। जब थायराइड ठिक से काम नहीं करता है तो चयापचय की क्रिया बिगड़ जाती है।

जब थायराइड ग्रंथि किसी हार्मोन को बहुत ज्यादा और कम स्तर पर रीलीज करती है तो शरीर में प्रोब्लम आने लगती है।  जिसे हम थायराइड रोग के नाम से जानते है। ऐसी स्थिति मे थायराइड का का इलाज बेहद आवश्यक हो जाता हैं। हम आपको आयुर्वेद के जरिये थायराइड का रामबाण इलाज बताने जा रहे हैं।

थायराइड के प्रकार

थायराइड का रामबाण इलाज जाने से पहले हम आपको थायराइड के प्रकार बता देते हैं:

थायराइड का रोग दो प्रकार का होता है:

1. हाइपरथायरायडिज्म का रोग

जब थायराइड  ग्रंथि बहुत ज्यादा हार्मोंस   रिलीज करती है तो इसे हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है।

2. हाइपोथायरायडिज्म का रोग

थायराइड ग्रंथि कम हार्मोंस रिलीज करती है तो शरीर में असंतुलन उत्पन्न हो जाता है। जिसे हाइपोथायरायडिज्म कहते है।

थायराइड के कारण

थायराइड का रामबाण इलाज के लिए इस रोग के होने के कारणों को जानना भी बेहद आवश्यक हैं. नीचे कुछ प्रमुख कारण बताएं गए हैं ध्यान से पढ़ें:

आयोडीन के कारण, डायबिटीज, थायराइड की सर्जरी करवाना और दवाइयां आदि कारण हो सकते है।

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हाइपरथायरायडिज्म की परेशानी

दिल का तेज धड़कना, हड्डियों का कठोर हो जाती है लेकिन टूट  जाती है छोटी सी चोट पर ही, आंखो की प्रोब्लम।

हाइपोथायरायडिज्म की परेशानी

हाई कोलेस्ट्रोल, टेंशन बांझपन, नींद में परेशानी, बालों का झड़ना और जोड़ो का दर्द आदि प्रॉब्लम आती है।

कारण

किसी भी रोग से छुटकारा पाने के लिए उस रोग के कारणों का पता लगाना बेहद आवश्यक होता हैं। दरसल जब आपको रोग का कारण पता होता हैं तो उन चीजों से परहेज किया जाता हैं जो रोग के कारण रहें हैं। इसलिए थायराइड का रामबाण इलाज जानने से पहले हम इस रोग के कुछ कारण आपको बता देते हैं।

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थायराइड में सुजन आना

थायराइड ग्रंथी में जब सुजन आती है तो हार्मोंस ज्यादा मात्रा में उत्पादन होता है और बाद में इसमें कमी आने लगती है  जिसके कारण हाइपोथायरायडिज्म नामक रोग होता है।

आयोडीन की कमी होना

आयोडीन की कमी के कारण भी हाइपोथायरायडिज्म होने का खतरा रहता है। इसके लिए आयोडीन वाले खाने का इस्तेमाल करें। विटामिन बी 12:  विटामिन बी 12 कमी से भी थायराइड रोग होता है।

अस्वगंधा चूर्ण का इस्तेमाल

जब रात को सोने जाए तो अश्वगंधा का चूर्ण एक चम्मच एक ग्लास दूध के साथ ले। आप अश्वगंधा की पत्तियों का इस्तेमाल पानी में उबालकर भी कर सकते है।

मुलेठी का इस्तेमाल करे

मुलेठी  ट्रीटरपेनॉइड ग्लाईसीरीथेनिक नामक एसीड को ज्यादा बढ़ने से रोकता है। मूलेठी कैंसर सेल्स को भी बढ़ने से रोकता है।

तुलसी का उपयोग

दो चम्मच तुलसी के रस के साथ आधा चम्मच एलोवीरा जूस ले।

हरे धनिए का इस्तेमाल

हरा धनिया भी थायराइड के इलाज में सहायक होता है। इसके लिए हरे धनिए को पीस ले और उसके रस को पानी में मिलाकर पी ले।

त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल

त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है। आप इसका उपयोग करने के लिए रोज एक चम्मच त्रिफला चूर्ण ले।

हल्दी और दूध पिएं

हल्दी और दूध दोनो का मिश्रण बहुत ही अच्छा उपाय है थायराइड के लिए। आप रोजाना हल्दी वाला दूध पिएं।

लौकी का जूस पिएं

लोकी थायराइड के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। इसके लिए आप रोज सुबह खाली पेट लौकी का जूस ज़रूर ले।

कालीमिर्च का इस्तेमाल

कालीमिर्च का इस्तेमाल करे रोज नियमित रूप से।

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थायराइड के वक्त सावधानी

  • कम फैट वाला खाना खाए।
  • फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करें।
  • विटामिन वाले सेप्लीमेंट ले।
  • नट्स यानी काजू, बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज आदि का इस्तेमाल करे। इन सब में कॉपर भरपुर होता है जो थायराइड की प्रोब्लम से बचाता है।
  • विटामिन ए युक्त सेप्लीमेंट्स ले।
  • थायराइड के वक्त आप अपनी लाइफस्टाइल का ध्यान रखें। अपने आहार पर ध्यान दे। रोज नियमित रूप से योग और एक्सरसाइज करें। टेंशन ना ले।

थायराइड के इलाज के लिए आप सूर्यनमस्कार, हलासन, संवर्गासन करे, भुजंगासन करें।

तो दोस्तो ये थी थायराइड का रामबाण इलाज से जुड़ी जानकारियां। हम उम्मीद करते है आपको हमारा यह आर्टिकल पसन्द आया होगा।  इसे लाईक शेयर ज़रूर करे। इस पोस्ट पर आने के लिए आपका धन्यवाद।

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FAQ

Q. थायराइड के लिए देसी दवाई कौनसी है?

Ans: दही और दूध का उपयोग करे इसके अलावा आप पोटेशियम, मेगनिश्यम वाले खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करे।

Q. थायराइड की प्रोब्लम में कौनसा जूस पिएं?

Ans: चुकंदर और गाजर का जूस पिएं।

Q. क्या आयोडीन ज्यादा खाने से थायराइड होता है?

Ans: बिलकुल आयोडीन के कारण थायरॉयड के कारण हार्मोंस का उत्पादन बढ़ जाता है।

Q. थायराइड के लिए कौनसा एक्यूप्रेशर प्वाइंट दबाएं?

Ans: दोनो हाथो की तर्जनी अंगुली और अंगूठे के बीच वाले कोमल हिस्से को दबाएं।

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