शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं : दोस्तों जिन लोगों को शुगर की बीमारी हैं उन्हें अक्सर ही कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं. जैसे शुगर के पेशेंट को अपने खान पान का खास ख्याल रखना पड़ता हैं. शुगर के पेशेंट अक्सर यह सवाल करते हैं की शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं. दरसल भारत में चावल मुख्य भोजन के तौर पर लोगों की पहली पसंद हैं ऐसे में लोग चावल से एक दिन भी खुद को दूर नहीं रख पाते तो चलिए बीना देरी किये आपको शुगर बीमारी से जुड़ी सारी जानकारियां प्रोवाइड करती हूँ.
डायबिटीज रोग क्या हैं?
शुगर रोग को हिंदी में मधुमेह और इंग्लिश में डायबिटीज कहा जाता हैं. यह हमारे शरीर में इन्सुलिन की कमी के कारण होने वाला रोग हैं. इन्सुलिन की कमी के कारण ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता हैं. इन्सुलिन की कमी के चलते शरीर के सेल्स ग्लूकोज का अवशोषण करने में असमर्थ हो जाती हैं. दरसल इन्सुलिन एक प्रकार का होर्मोन हैं जिसका कार्य ब्लड के ग्लूकोज और शरीर के सेल्स में उसके अवशोषण को नियंत्रित करना हैं और इसी कारण जब इन्सुलिन की कमी होती हैं तो ग्लूकोज का अवशोषण रुक जाता हैं. जब यह समस्या कई दिनों या महीनों तक बनी रहती हैं तो इसे मधुमेह या शुगर कहते हैं.
WHO के मुताबिक पुरे विश्व में 422 million लोग 1 शुगर रोग से पीड़ित हैं. एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ टाइप 1 शुगर के पेशेंट पूरी दुनियां में 9 million लोग थे. तो आपने शुगर क्या हैं इसके बारें में जाना अब हम आपको इसके लक्षण और शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं इसकी जानकारी विस्तार से देने जा रहे हैं.
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शुगर रोग के लक्षण
दोस्तों कई मामलों में शुगर के रोगियों को कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. यही कारण हैं की रोगी का रोग और बढ़ता चला जाता हैं. अगर समय पर इसका रोकथाम किया जाएँ तो इसे कण्ट्रोल किया जा सकता हैं. हालाँकि कुछ ऐसे लक्षण आपको दिखाई दे सकते हैं जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं की आपको मधुमेह या शुगर हैं या नहीं. नीचे शुगर के कुछ लक्षण बताएं गए हैं जिन्हें ध्यान से पढ़ें:
- कई शुगर के मरीजों को इस रोग में थकान महूसस होती हैं खासकर तब जब वे खाना खाते हैं.
- भूख का ज्यादा बढ़ जाना, कई मालों में खाना खाने के तुरंत बाद भूख का अनुभव होना.
- शुगर रोग में रुक रुक कर पेशाब आने की समस्या हो सकती हैं या बार बार पेशाब आ सकता हैं.
- जल्दी जल्दी प्यास लगना
- इस रोग में शरीर में थोड़ा सा कट लगने पर भी घाव जल्दी नहीं सूखते या देर से सूखते हैं.
- आँखों से धुंधला सा दिखना
- वजन में बदलाव का होना नही शुगर रोग के लक्षण हो सकते हैं.
- हाथ पैर में झुन्झुन्नी का होना और कमजोरी महसूस होना
- इन्फेक्शन की समस्या जैसे बार बार त्वचा में संक्रमण यानी छोटे छोटे घाव होना
तो ये थे शुगर रोग के कुछ लक्षण, अगर आपको भी इनमें से कुछ लक्षण महसूस होते हैं तो देर न करें जल्दी से जल्दी किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क कर कारणों की जानकारी लें.
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शुगर रोग के कारण
दोस्तों जब हमारे शरीर में ग्लूकोज का अवशोषण सही तरीके से नहीं हो पाता हैं तब शुगर की समस्या होती हैं. नीचे आपको कुछ कारण बताएं गए हैं:
- इन्सुलिन की कमी के चलते
- अनुवांशिक कारणों से
- ज्यादा उम्र होने की वजह से
- हार्मोनल चेंजेज के कारण
- उच्च रक्तचाप के कारण
- गलत खान पान की वजह से
- ज्यादा मोटे लोगो को इस बीमारी का खतरा रहता हैं
- नशे की वजह से
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शुगर रोग के प्रकार
दोस्तों जैसा की मैंने आपको बताया की शुगर रोग में भोजन के द्वारा प्राप्त हुई ग्लूकोज शरीर के सेल्स अवशोषित करने में असमर्थ हो जाती हैं. दरसल यह शरीर में इन्सुलिन की कमी के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या हैं. इन्सुलिन की कमी के कारण हमारे रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती हैं क्योकिं कोशिकाओं तक रक्त से ग्लूकोज नहीं पहुँच पाता हैं. ब्लड में ग्लूकोज के स्तर के बढ़ने के कारण शुगर की समस्या हो जाती हैं. आपको बता दे की शुगर रोग के तीन प्रकार होते हैं.
- टाइप 1 शुगर ( इस स्थिति में शरीर के पैन्क्रियाज में इंसुलिन नहीं बनता )
- टाइप 2 शुगर ( यह इन्सुलिन के प्रतिरोध के चलते होता हैं)
- जेस्टेशनल शुगर ( यह आम तौर पर प्रेगनेंसी के दौरान होती हैं जो स्थायी नहीं हैं)
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शुगर का उपचार
दोस्तों टाइप 1 शुगर से पीड़ित व्यक्तियों को इन्सुलिन का इंजेक्शन लेना आवश्यक होता हैं. लेकिन इसके अलावे आप अपने जीवनशैली में बदलाव कर बहुत हद तक शुगर रोग को कण्ट्रोल कर सकते हैं. इसके अलावे टाइप 2 में दवाओं के साथ इन्सुलिन इंजेक्शन की भी आवश्यकता होती हैं. उचित सलाह और उपचार के लिए आपको डॉक्टर से मिलकर इस रोग की जांच करवानी चाहिए. इस रोग के उपचार के लिए कई तरह के जाँच किये जा सकते हैं जैसे : A1C Test, Fasting Plasma Glucose Test, Oral Glucose Tolerance Test, Glucose Tolerance Test आदि. इस रोग के इलाज में Metformin, सल्फोनीलुरिया आदि दवाओं का उपयोग किया जाता हैं. अब चलिए आपको आपके सवाल शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं इसका जवाब देते हैं.
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शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं
दोस्तों शुगर रोग को बहुत हद तक अपने खान पान और जीवनशैली में को सुधारकर रोका जा सकता हैं. इसलिए इस रोग में खाने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती हैं. साथ ही आपको स्ट्रेस दूर करने के लिए व्यायाम, योग आदि भी करना चाहिए और ये सुनिश्चित करें की आपका वजन सामान्य रहें. शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं यह एक ऐसा प्रश्न हैं जो हर चावल प्रेमी जरुर पूछता हैं. लेकिन आपको जानकारी के लिए बता दूँ की शुगर में चावल खाना पूर्णत: वर्जित हैं. चावल के सेवन से आपके ब्लड में ग्लूकोज का स्तर तेजी से बढ़ने लगता हैं.
लेकिन अगर आप चावल खाना ही चाहते हैं तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ब्राउन राइस का सेवन कर सकते हैं. हालाँकि कुछ डॉक्टर्स का यह भी मानना हैं की अगर थोड़ी मात्रा में चावल खाया जाएँ तो यह नुकसान नहीं करता. फिर भी इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेना अति आवश्यक हैं.
शुगर में क्या खाएं – शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं
हरी पत्तेदार सब्जियां, दालचीनी, चिया के बीज, अलसी का बीज, सेब का सिरका, लहसुन आदि जरुर खाएं लेकिन इस रोग में चावल का सेवन रोग को बढ़ा सकता हैं इसलिए बीना डॉक्टर के सलाह के चावल को सेवन न करें. दरसल चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स और कार्बोहाइड्रेट होता हैं जो डायबिटीज या शुगर के मरीज के लिए उचित नहीं हैं.
दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको शुगर के लक्षण, कारण और शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं आदि के बारें में बताया हैं. अगर यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे अधिक से अधिक शेयर जरुर करें.
नोट: यह एक सामान्य जानकारी हैं. इस रोग के इलाज के लिए चिकित्सक से सलाह जरुर लें.
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