लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो क्या करें – घरेलु उपाय – जब लैट्रिन के रास्ते में जलन और दर्द जैसी समस्या होती है तो बाथरूम जाने से भी डर लगने लगता हैं। कभी-कभी जलन इतनी तीव्र होती है की किसी भी काम में मन नहीं लगता हैं। लैट्रिन के रास्ते में दर्द और जलन का होना बवासीर के लक्षण भी हो सकते हैं। लेकिन जरुरी नहीं की इस समस्या का कारण सिर्फ बवासीर रोग ही हो। गुदा द्वार की आसपास की जलन स्किन इन्फेक्शन जैसे – बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन, पसीना, साफ-सफाई की कमी, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज, कब्ज की वजह से होने वाली समस्याएं जैसे क्रोहन और अल्सरेटिव रोग, मसालेदार या तीखा भोजन, कैंसर और आंत रोग भी इस समस्या की वजह हो सकती हैं। लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो क्या करें इसकी जानकारी विस्तार नीचे दी गयी हैं।
ऐसी समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए स्वच्छता का का खास ख्याल रखना जरुरी हैं। लैट्रिन के बाद मल द्वार को अच्छी तरह साफ़ जरुर करें। स्वच्छता स्किन संक्रमण से आपको बचाता हैं। लेकिन कभी-कभी अत्याधिक सफाई से त्वचा पर रैशेज और सूखेपन की समस्या भी हो जाती हैं। जो खुजली और जलन की वजह बन सकती हैं। प्रभावित जगह को बार-बार खुजलाने से स्किन की यह प्रॉब्लम और भी बढ़ सकती हैं। इसलिए प्रॉब्लम बढ़ने से पहले आपके लिए यह जानना जरुरी है की लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो क्या करें ?
लैट्रिन के रास्ते में जलन और दर्द हो तो क्या करें
अगर लैट्रिन के रास्ते में दर्द और जलन का होना अत्याधिक परेशान कर रहा है तो घरेलु तरीकों से भी इससे निजात पा सकते हैं। अगर समस्या पेट की गड़बड़ी, कब्ज और बवासीर की वजह से है तो खान-पान में सुधार की भी आवश्यकता हो सकती हैं। समस्या बढ़ने पर डॉक्टर इलाज के लिए एंटी-बायोटिक दवाइयां चला सकते हैं। बवासीर रोग का मुख्य कारण कब्ज हैं। बवासीर में ब्लड वेसल्स में सुजन और घाव होता हैं। यह आमतौर पर रेक्टम के नजदीक होता है जिसकी वजह से तेज खुजली और जलन भी महसूस होती हैं।
फिशर रोग में भी जलन, दर्द और खुजली की समस्या होती हैं। इसलिए घरेलु उपायों के साथ खान-पान की भी पूरी जानकारी इस लेख में दी गयी हैं। ध्यान रहे की नीचे प्रदान की गयी जानकारी आपके स्किन की जलन, दर्द और खुजली की समस्या के लिए हैं। अगर किसी बड़े रोग की वजह से जलन की समस्या है तो चिकित्सीय सलाह के बाद ही उपचार शुरू करें।
1. लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो नारियल का तेल करें इस्तेमाल
एंटी फंगल गुणों वाला यह तेल खुजली के उपचार में बेहद प्रभावी मानी जाती हैं। अगर मलद्वार के आसपास उपर बताए गए किसी वजह से खुजली और हल्का-फुल्का दर्द है तो इस तेल को लगा सकते हैं। ध्यान रहे की तेल को लगाने के लिए हाथों का उपयोग न करें। हाथों की जगह सॉफ्ट कॉटन पर नारियल तेल की कुछ बूंदे डालकर प्रभावित जगह पर लगाने से खुजली, जलन और इन्फेक्शन से राहत मिलती हैं।
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2. गर्म पानी की सहायता लें
शरीर में पानी की कमी स्किन को ड्राई कर देता हैं। ड्राई स्किन का ठंड के दिन में फटना आम बात हैं। ऐसे में दर्द और जलन होना स्वाभाविक हैं। गर्म पानी आपकी इस समस्या से राहत दे सकता हैं। अगर लैट्रिन के रास्ते में दर्द, जलन और खुजली जैसी समस्याएं है तो इस स्थिति में एक बाल्टी गर्म पानी को टब में डालकर उसमें १५ मिनट के लिए जरुर बैठे। इसके अलावे कब्ज जैसी समस्या में गर्म पानी ही पीना उत्तम हैं। गर्म पानी आपके मल को सॉफ्ट और पतला करने में मदद करता हैं।
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3. लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो एलोवेरा का करें इस्तेमाल
एलोवेरा की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं। यह ठंडे प्रकृति का होता हैं। यह त्वचा को ठंडक प्रदान कर जलन की समस्या को आसानी से शांत कर देता हैं। स्किन की इस समस्या के उपचार के लिए एलोवेरा की ताज़ी हरी पत्तियों से जेल को निकालकर प्रभावित स्किन पर लगाकर छोड़ दें। ऐसा करने से इन्फेक्शन और जलन दोनों से राहत मिलती हैं। लेकिन ध्यान रखे की जेल को लगाने से पहले स्किन को साफ़ जरुर करें।
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4. सही भोजन का करे चयन
यह समस्या बेहद तीखें और मसालेदार खाने अक्सर ही होती हैं। इसलिए सबसे पहले ऐसे भोजन से परहेज करें। बहुत अधिक चाय, शराब, तम्बाकू, टमाटर और विटामिन सी की गोलियां लेने से भी यह समस्या हो सकती हैं। दरसल इन चीजों के अधिक सेवन से पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती हैं। इस समस्या के निवारण के लिए फाइबर युक्त भोजन सबसे अच्छा माना जाता हैं। फाइबर मल को चिकना करने के साथ-साथ डाइजेशन को भी ठीक रखता हैं।
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5. बर्फ का करें इस्तेमाल
कई बार आपने बर्फ का इस्तेमाल दर्द से राहत पाने के लिए किया होगा। दर्द की जगह पर बर्फ लगाने से तुरंत आराम मिलता हैं। बर्फ को किसी पतले कपड़े में लपेटकर लैट्रिन के रास्ते वाली जगह पर १० से १५ मिनट तक लगातार सिकाई करने से जलन और दर्द छूमंतर हो जाता हैं। सिकाई से नसों और मांसपेशियों को आराम पहुंचता हैं।
रेक्टल के नजदीक संक्रमण की स्थिति में एपल साइडर विनेगर भी प्रभावी हैं। संक्रमण की वजह से होने वाले दर्द, खुजली और जलन में रुई की सहायता से जलन वाले स्थान पर एप्पल साइड विनेगर को लगाकर छोड़ दें। जलन दूर करने के लिए हेज़ल और पैराफिन को उबालकर उसमें ग्लिसरीन मिलाकर लगाने से भी काफी लाभ मिलता हैं।
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लैट्रिन के रास्ते में खुजली हो तो क्या करें
लैट्रिन के रास्ते में खुजली हो तो प्रभावित स्थान को खुजलाने से बचना चाहिए। नहाने के वक्त और मल त्याग के पश्चात लैट्रिन के रास्ते को साफ़ करना न भूलें। दरसल संक्रमण भी खुजली का कारण बन सकता हैं इसलिए स्वच्छता का ख्याल रखें। फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन रोकने वाले क्रीम भी समस्या से जल्दी निजात दिला सकता हैं। खुजली की वजह मुख्यत: फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन हैं। ऐसे में चिकित्सीय सलाह के बाद एंटी बायोटिक और एंटी फंगल दवाओं और क्रीम का यूज कर सकते हैं।
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निष्कर्ष – लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो क्या करें
लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो क्या करें gharelu upay इसकी जानकारी विस्तार से प्रदान की गयी हैं। मैंने जलन की स्थिति से निजात पाने के लिए ५ प्रभावी और बेस्ट उपाय बताया हैं। एलोवेरा, गर्म पानी, बर्फ, एप्पल साइड विनेगर और फाइबर युक्त भोजन जलन और दर्द से राहत दे सकता हैं। लेकिन सबसे आवश्यक है साफ़-सफाई रखना क्योकि साफ़-सफाई इन्फेक्शन के खतरे को कम करती हैं।
यह जानकारी ” लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो क्या करें ” हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय पर प्रदान की गयी हैं। इस लेख में दी गयी जानकारी आपकी समस्या को आसानी से दूर कर सकती हैं।
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