पीला पेशाब का घरेलू इलाज – कारण, लक्षण और इलाज

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पीला पेशाब का घरेलू इलाज – कारण, लक्षण और इलाज – पेशाब के द्वारा हमारे शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकलते हैं। पेशाब का रंग शरीर का बदलना आम बात नहीं हैं। अगर आपके पेशाब का रंग बदल गया हैं तो थोड़ा सावधान रहने की जरूरत हैं। रंग का बदलना किसी बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं। हालांकि यह जरुरी नहीं पीला पेशाब किसी बीमारी के ही संकेत हो। गर्मी के मौसम में यह सबसे आम समस्या हैं। दरसल शरीर में पानी की कमी भी पेशाब के पीले होने की बड़ी वजह हैं। लेकिन आपकी छोटी सी लापरवाही बड़ी समस्या को जन्म दे सकती हैं। पीले पेशाब की समस्या घरेलु उपायों द्वारा भी हल किया जा सकता हैं। आइए जानते हैं की पीला पेशाब का घरेलू इलाज , लक्षण और कारण क्या हैं।

पीला पेशाब का घरेलू इलाज - कारण, लक्षण और इलाज
पीला पेशाब का घरेलू इलाज – कारण, लक्षण और इलाज

सामान्यत: पेशाब का कोई रंग नहीं होता हैं। परन्तु जब कोई रोग हमारे शरीर को प्रभावित करता हैं तो ऐसी स्थिति में पेशाब का रंग बदल सकता हैं। पेशाब का रंग कम पानी पीने या कुछ दवाओं के सेवन से भी बदल जाता हैं। कुछ लोगों को सामान्य से अधिक पसीना आता हैं जिसकी वजह से शरीर का सारा पानी जल्दी निकल जाता हैं। ऐसे में डिहाइड्रेशन हो सकता हैं। इसलिए भरपूर पानी पीना आवश्यक हैं। पानी के कमी से किडनी और हार्ट का कार्य प्रभावित होता हैं। अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने के लिए किडनी को पानी की जरूरत होती हैं।

पेशाब पीला आने के लक्षण

पेशाब का पीला होना स्वयं ही स्वास्थ्य समस्याओं का एक लक्षण हैं। अगर आपका पेशाब का रंग पीला हैं तो नीचे बताएं गए लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं:-

  • पेशाब करते वक्त तेज जलन का होना
  • पेशाब का रुक-रुक कर आना
  • पेशाब नहीं लगना
  • कमजोरी और बुखार
  • पेशाब से गन्दी दुर्गन्ध आना

पीला पेशाब क्यों आता है – पीला पेशाब होने का कारण

पीला पेशाब क्यों आता है - पीला पेशाब होने का कारण
पीला पेशाब क्यों आता है – पीला पेशाब होने का कारण

पीले पेशाब की समस्या उन लोगों को ज्यादा होती हैं जो पानी न के बराबर पीते हैं। शरीर को जब पर्याप्त पानी नहीं मिलता हैं तो ऐसी स्थिति उप्तन्न होती हैं। इसलिए पीला पेशाब होने पर डॉक्टर शुद्ध और पर्याप्त पानी के सेवन की सलाह देते हैं। परन्तु अगर पर्याप्त पानी के बावजूद आपका पेशाब पीला हैं तो इसकी वजह पीलिया रोग हो सकता हैं। पेशाब का पीला होना पीलिया के मुख्य लक्षणों में से एक हैं। पीलिया रोग में पेशाब, मल, त्वचा और आँखों का रंग पीला हो जाता हैं। जब मनुष्य शरीर के ब्लड में बिलीरुबिन की मात्रा बढती हैं पेशाब पीले रंग का निकलता हैं।

जब हमें लीवर से जुड़ी समस्याएं होती हैं तो पीले बिलीरुबिन बढ़ने लगता हैं। इसके अलावे बैक्टीरियल इन्फेक्शन, पथरी, गलत खानपान भी बिलीरुबिन बढ़ने के लिए जिम्मेदार हैं। मूत्र का पीला रंग कुछ दवाओं जैसे – राइबोफ्लेविन टेबलेट, कुछ एंटीबायोटिक और बिकासुल कैप्सूल के कारण भी होता हैं। इसके अलावे किडनी से जुड़ी समस्या भी आपके मूत्र का रंग बदलकर पीला कर सकता हैं। इसलिए अगर आपको पीलिया के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो ब्लड टेस्ट या बिलीरुबिन टेस्ट जरुर करवाएं।

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पीला पेशाब का घरेलू इलाज

अगर सुबह पीला पेशाब आना पानी की कमी के कारण हैं तो आपको सिर्फ सही खान-पान और अधिक से अधिक पानी के सेवन की जरूरत हैं। लेकिन अगर पीले पेशाब की वजह पीलिया रोग हैं तो इलाज बेहद जरुरी हैं। घरेलु उपायों द्वारा भी पीलिया रोग को दूर किया जा सकता हैं। खान-पान में बदलाव करते हुए आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन से इसका पक्का इलाज किया जा सकता हैं। तो आइए जानते हैं की पीला पेशाब का घरेलू इलाज क्या हैं।

खानपान को सही करें

भोजन में प्रोटीन, फाइबर, सल्फर, विटामिन और पानी से भरपूर फल शब्जियों को शामिल जरुर करें। पीलिया होने पर नमक, तेल मशाले, शराब और ज्यादा मीठे खाद्य पदार्थों से दुरी बनानी चाहिए। ज्यादा मीठा लीवर के सुजन को बढाता हैं। अगर गर्मी या शरीर में पानी की कमी से पीला पेशाब हो रहा हैं तो अधिक से अधिक पानी वाले फल और हरी शब्जियों का सेवन करें। पीलिया में खुद को हाइड्रेट रखना बेध जरुरी हैं। अगर शरीर में पानी की कमी होगी तो बिलीरुबिन शरीर से बाहर नहीं निकल पाएगा। दाल में भरपूर प्रोटीन होता हैं जो लीवर के स्वास्थ्य को बनाएं रखता हैं। वही फल और हरी शब्जियां एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स, फाइबर और पाचक एनजायम्स होते हैं जो लीवर की बीमारियों से बचाता हैं।

इसलिए आप पपीता, अंगूर, तरबूज, गाजर, टमाटर, साबुत अनाज, नट्स, टोफू, ईख का रस, संतरा, बेर , दाल, नारियल पानी और पत्ता गोभी आदि का सेवन कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर खाद्य पदार्थ शरीर से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करती हैं। चाय की जगह आप ग्रीन टी पी सकते हैं। यह सभी लीवर के स्वस्थ कार्य में सहयोग करती हैं।

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आयुर्वेदिक घरेलू इलाज करें

गिलोय जिसका इस्तेमाल कई रोगों के उपचार में किया जाता हैं एक आयुर्वेदिक दवा हैं। इस जड़ी बूटी के सेवन से इम्युनिटी बूस्ट होती हैं। गाँव देहात में गिलोय आसानी से मिल जाता हैं। इसकी पत्तियां पीलिया के इलाज में काफी प्रभावी हैं। गिलोय के तने से कई आयुर्वेदिक दवाएं निर्मित की जाती हैं। लिवर से जुड़ी समस्या में यह रामबाण दवा हैं। पीलिया में गिलोय के सेवन का तरीका नीचे बताया गया हैं :-

पान के पत्ते जैसी दिखने वाली गिलोय की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट और सुजन रोधी गुण होते हैं। फास्फोरस, जिंक और आयरन से भरपूर गिलोय कई बीमारियों से आपको बचाता हैं। इसके पत्ते को १० पत्तों को १ गिलास पानी में उबालकर सुबह शाम आधा-आधा कप पीने से पीलिया रोग दूर होता हैं। आप चाहे तो पत्तों के रस को छाछ के साथ मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं। इसका रस रोगों से लड़ने की क्षमता को भी बढाता हैं।

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आरोग्यवर्धिनी वटी

यह कई तरह के आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों द्वारा बनायी जाती हैं। इस दवा का उपयोग पाचनतंत्र विकार, पेशाब से जुड़ी समस्या, आंत से संबंधित समस्या, रक्त विकार, लिवर विकार, हेपेटाइटिस और पीलिया के उपचार में किया जाता हैं। वैधनाथ या पतंजली स्टोर पर यह दवा आसानी से मिल जाएगी। डॉक्टर इस दवा सुबह-शाम २५० मिली ग्राम लेने की सलाह देते हैं।

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बेलपत्र

बेल की पत्ती से बने पाउडर का इस्तेमाल पीलिया रोग के उपचार में किया जाता हैं। यह एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि हैं जिसके लगातार सेवन से पीलिया रोग जड़ से नष्ट हो जाता हैं। इसके लिए आपको बेल के पत्तों को सुखा लेना हैं। उसके बाद मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें। रोजाना एक चम्मच पाउडर एक गिलास पानी में मिक्स करने सुबह-शाम पीने से यह बीमारी ठीक होने लगती हैं। दरसल यह लीवर से अपशिष्ट पदार्थों को निकालने के अलावे किडनी स्टोन की समस्या में भी लाभदायक हैं। इसका सेवन दूध या पानी के साथ कर सकते हैं।

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बिकासुल कैप्सूल खाने से पेशाब पीला क्यों होता है

दोस्तों, बिकासुल कैप्सूल में राइबोफ्लेविन होता हैं। यही वजह हैं की इसके सेवन से पेशाब पीला होता हैं। विटामिन बी के चलते होने वाली यह आम समस्या हैं। इसलिए घबराने के जरूरत नहीं हैं।

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निष्कर्ष – पीला पेशाब का घरेलू इलाज

इस लेख में मैंने आपको बताया हैं की पीला पेशाब का घरेलू इलाज, कारण और लक्षण क्या हैं। गर्मी के मौसम में ज्यादा शारीरिक श्रम करने पर शरीर से पसीने के रूप अधिकत्तर जल बाहर निकल जाता हैं। ऐसी स्थिति में भी पीला पेशाब होता हैं इसलिए खूब पानी पिए आपकी यह समस्या स्वत: दूर हो जाएगी। अगर आपको पीलिया के लक्षण दिख रहे हैं तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। ऊपर बताएं गए घरेलु आयुर्वेदिक उपाय पीलिया रोग को नष्ट कर सकती हैं। अगर समस्या ज्यादा विकट हैं तो बिना देरी किसी अच्छे डॉक्टर से मिलकर उचित सलाह ले और दवाओं का सेवन शुरू करें।

आशा हैं की आपको यहाँ बतायी गयी जानकरी ” पीला पेशाब का घरेलू इलाज – कारण, लक्षण और इलाज ” अच्छी लगी होगी। इस पोस्ट को अपने दोस्तों के संग अधिक से अधिक शेयर करें।

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