शिवलिंग पर कौन सा चंदन चढ़ाना चाहिए – महिलाएं शिव रुद्राष्टकम का पाठ कर सकती हैं या नहीं जाने – महादेव अर्थात भोलेनाथ की पूजा अधिकत्तर मंदिरों में शिवलिंग के रूप में की जाती हैं। अब लोग शिवलिंग को घर में भी रखकर पूजा करते हैं। कहा जाता हैं की शिव जी बड़े दयालु हैं। जो भक्त सच्चे हृदय से उनको पुकारता हैं उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। शिव जी को बेलपत्र, दूध, कमलगट्टा, भांग और चंदन आदि अधिक प्रिय हैं। इसी कारण भक्त पूजा में इन सामग्रियों का उपयोग करते हैं। वामन पुराण में भी शिवलिंग पर चंदन अर्पित करने का वर्णन मिलता हैं। ब्रह्मा वैवर्त पुराण के अनुसार, चंदन लक्ष्मी जी का प्रतिक हैं। चंदन, बेलपत्र की ही भांति शिव प्रिय हैं। इसलिए आइए जानते हैं की शिवलिंग पर कौन सा चंदन चढ़ाना चाहिए ?
चंदन कई प्रकार के होते हैं। सफ़ेद, लाल और पीले चंदन का का उपयोग भगवान की पूजा में किया जाता हैं। इसका उपयोग शिवलिंग पर त्रिपुंड बनाने में किया जाता हैं। चंदन चढाने से शिव कृपा प्राप्त होती हैं। जीवन से उन संकटों का नाश होता हैं जो क्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित कर रहा होता हैं। समाज में इज्जत मिलती हैं। शिव जी पर चंदन चढ़ाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता हैं। नीचे विस्तार से बताया गया हैं की शिवलिंग पर कौन सा चंदन चढ़ाना चाहिए ?
शिवलिंग पर कौन सा चंदन चढ़ाना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार, प्रत्येक चंदन का अपना एक अलग महत्त्व हैं। शिवलिंग पर कोई भी चंदन चढ़ाया जा सकता हैं लेकिन सफ़ेद चंदन चढ़ाना सबसे शुभ माना जाता हैं। पूजा के दौरान फुल, बेलपत्र इत्यादि के साथ सफ़ेद चंदन से त्रिपुंड बनाकर पूजा करना व्यक्ति के जीवन को खुशियों से भर सकता हैं। जीवन में चल रही समस्त दुखों का अंत होता हैं। पूजा के बाद सफ़ेद चंदन को प्रसाद स्वरुप उठाकर सर पर जरुर लगाना चाहिए। यह प्रसाद कोई आम प्रसाद नहीं हैं। इसे सर पर लगाने से व्यक्ति की मानसिक शांति का अनुभव होता हैं। मन में नकारात्मक विचार नहीं उमड़ते हैं। शिव कृपा व्यक्ति के समस्त दुखो को हर लेता हैं।
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शिवलिंग पर पीला चंदन चढ़ाने के फायदे
शिव जी की पूजा में पीले चंदन का भी विशेष महत्त्व हैं। पीला रंग भगवान विष्णु का सबसे प्रिय रंग हैं। जिस मन्दिर में भगवान शिव और विष्णु एक साथ विराजमान होते हैं वहा पीले रंग का चंदन अवश्य चढ़ाना चाहिए। शिवलिंग पर पीले रंग के चंदन चढ़ाने से पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता हैं। घर में लड़ाई झगड़े नहीं होते हैं। पीले रंग का चंदन चढाकर मस्तक पर लगाने से व्यक्ति अकारण आने वाले क्रोध से सुरक्षित रहता हैं। पीला रंग सकारात्मकता का प्रतिक हैं। इस चंदन को लगाने से व्यक्ति बुरे और गंदे-मलिन विचारों से बचा रहता हैं। परिवार के सुख-समृद्धि के लिए शिवलिंग पर पीला चंदन जरुर चढ़ाना चाहिए।
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शिवलिंग पर कमलगट्टा चढ़ाने से क्या होता है
भक्त शिवलिंग पर कमलगट्टा भी चढाते हैं। शिवलिंग पर कमलगट्टे से बनी माला चढाने से धन आगमन का द्वार खुलता हैं। माना जाता हैं की व्यक्ति जो लोग अपने मन में अपनी समस्या को रखते हुए शिव जी से प्रार्थना करते हुए कमलगट्टा अर्पित करते हैं उनके घर में कभी भी आर्थिक दिक्कते जन्म नहीं लेती हैं। कमलगट्टा से निर्मित माला को उतारने के बाद उसे गले में धारण जरुर करें। घर में शिवलिंग या भगवान शिव की फोटो को कमलगट्टा से बने माला के बीच में रखकर ॐ नम: शिवाय का 108 बार जाप करने से आय स्रोत के कई रास्ते खुल जाते हैं।
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क्या महिलाएं शिव रुद्राष्टकम का पाठ कर सकते हैं
शिवलिंग की पूजा करने के लिए महिलाओं के लिए कुछ नियम बनाएं गए हैं। महिलाओं को शिवलिंग को न छूने की सलाह दी जाती हैं। माना जाता हैं की शिवलिंग को स्पर्श करना माता पार्वती रुष्ट करता हैं। ऐसे में अक्सर यह सवाल उठता हैं की क्या महिलाएं शिव रुद्राष्टकम का पाठ कर सकते हैं ? । दोस्तों, आपको बता दे की जो लोग नियमित रुद्राष्टकम का पाठ करते हैं उन्हें शत्रुओ पर विजय प्राप्त होती हैं। जीवन में चल रही समस्यायों का निवारण होता हैं। रामायण आपने जरुर पढ़ा होगा। राम जी ने भी रुद्राष्टकम का पाठ किया था। उसके बाद उन्होंने राक्षस राज रावण को पराजित कर धर्म की स्थापना की थी। इस अद्भुत शिव पाठ को करने से मनुष्य का चंचल मन वश में रहता हैं।
ज्योतिषों और पंडितों का मानना हैं रुद्राष्टकम का पाठ सिर्फ वही लोग कर सकते हैं जिनका जनेऊ हो चूका हैं। जो लोग जनेऊ नहीं पहनते वे भी इसका पाठ नहीं कर सकते हैं। महिलाओं का जनेऊ संस्कार नहीं होता हैं इसलिए महिलाओं को इसका पाठ नहीं करना चाहिए। हालांकि ईश्वर पुरुष और स्त्रियों में भेद नहीं करता हैं इसलिए यह पूरी तरह से आप पर डिपेंड करता हैं।
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निष्कर्ष – शिवलिंग पर कौन सा चंदन चढ़ाना चाहिए
दोस्तों, इस पोस्ट में मैंने आपको बताया हैं की शिवलिंग पर कौन सा चंदन चढ़ाना चाहिए और महिलाएं शिव रुद्राष्टकम का पाठ कर सकती हैं या नहीं । शिवलिंग की पूजा में मुख्य रूप से जल, दूध, बेलपत्र और चंदन चढ़ाया जाता हैं। कमलगट्टा की माला भी शिवलिंग पर चढ़ाया जाता हैं। शिवलिंग की पूजा करने के कुछ नियम हैं जिसका पालन हर स्त्री और पुरुष को करना चाहिए। शिव रुद्राष्टकम का पाठ पुरुषों को ही करना चाहिए। शिव जी की पूजा के लिए नियमों का पालन करने के साथ-साथ मन में श्रद्धा भाव का होना भी जरुरी हैं।
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