हर्निया रोग क्या है – लक्षण, कारण और इलाज के बारें में जाने

हर्निया रोग क्या है : दोस्तों हर्निया रोग के बारें में आपने कभी न कभी जरुर सुना होगा। यह रोग किसी भी उम्र में महिलाओं या पुरुषों में हो सकता हैं। हालाँकि इस रोग के बारें में लोग कम ही जानते हैं। इसलिए आज की इस खास आर्टिकल में मैं आपको हर्निया रोग क्या है, क्यों होता है और इसके लक्षण क्या हैं इन सभी चीजों को विस्तार से बताने जा रही हूँ। अत: इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें और समझें।

हर्निया रोग क्या है - लक्षण, कारण और इलाज के बारें में जाने
हर्निया रोग क्या है – लक्षण, कारण और इलाज के बारें में जाने

ज्यादात्तर मामलों में हर्निया रोग पेट और कमर के हिस्से को प्रभावित करती हैं। हालाँकि यह समस्या शरीर के अन्य अंगों में भी हो सकती हैं। यह रोग तब होता हैं जब Body Cavity के ऊपर की झिल्लीयाँ किसी कारण से फट जाती हैं या उसमें छेद हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में अंग उभर कर बाहर आ जाते हैं। इस समस्या को ही हम हर्निया रोग के नाम से जानते हैं। यानी कह सकते हैं की जब मांसपेशी या उत्तक में किसी कारण वश छेद हो जाता हैं तब अंग का बाहर निकल जाना हर्निया रोग कहलाता हैं। उम्मीद हैं की हर्निया रोग क्या है इसको लेकर आपके मन में अब कोई सवाल नहीं होगा। अब जानते हैं की हर्निया रोग हर्निया क्यों होता है।

Body Cavity क्या हैं?

हमारे शरीर के खोखले स्थानों को देह्गुहा (Body Cavity) कहते हैं। दरसल शरीर में कुछ खोखले या खाली स्थान होते हैं जिसमें शरीर के अंग स्थित होते हैं। Body Cavity झिल्लियों से घिरी होती हैं लेकिन किन्हीं कारणों से इसके टूटने या फट जाने पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। उन्हीं समस्यायों में से एक हैं हर्निया रोग। अब तक आपने जाना की हर्निया रोग क्या है अब जानते हैं हर्निया रोग होने के कारण क्या है।

हर्निया क्यों होता है – हर्निया रोग क्या है

हर्निया रोग होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें नीचे बताएं गए कारण प्रमुख हैं:

कई मामलों में यह देखा गया हैं की यह रोग अनुवांशिक कारणों से भी होती हैं साथ ही गर्भावस्था के दौरान शिशु के पेट की परत या मुख्य आवरण का अविकसित रह जाना भी इसका मुख्य कारण हैं। इसके अलावे किसी चोट या Body Cavity पर अधिक प्रेशर पड़ने पड़ने पर झिल्लियाँ कमजोर होकर फट सकती हैं। मांसपेशियों में कमजोरी के कारण अक्सर ही यह समस्या कई लोगों में देखने को मिलती हैं इस स्थिति में ज्यादा वजन उठाने से बचना चाहिए। इन सभी कारणों के अलावे यह गर्भवस्था के दौरान पेट पे अधिक दबाव पड़ने, वजन ज्यादा बढ़ने, महीनों तक खांसी रहने आदि कारणों से भी हो सकता हैं।

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हर्निया रोग के प्रकार – हर्निया रोग क्या है

लक्षणों और स्थान के आधार पर हर्निया रोग कई प्रकार के हो सकते हैं। लेकिन मुख्य रूप से ये तिन प्रकार के होते हैं।

1. इंग्वाइनल हर्निया:– इनगुइनल हर्निया व्यक्ति को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला हर्निया हैं। इस तरह की विकृति पुरुषों में ज्यादा देखने को मिलती हैं। यह जांघ नलिका के पास होती हैं।

2. अंबिलाइकल :- यह नाभि के नजदीक होता हैं।

3. हाइटल हर्निया:- यह 50 से ऊपर के उम्र के व्यक्ति को ज्यादा प्रभावित करती हैं। इस तरह के हर्निया रोग में गर्ड पैदा होते हैं जिसके कारण भोजन के नली में सुजन का कारण बन सकती हैं।

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हर्निया रोग के लक्षण

अब आपने जाना की हर्निया रोग क्या है और इसके कारण क्या हैं अब मैं आपको बताउंगी की हर्निया रोग के लक्षण क्या है:

हर्निया रोग से प्रभावित व्यक्ति में शरीर के किसी स्थान पर उभार हो जाता हैं। यह उभार बिल्कुल गांठ की तरह प्रतीत होता हैं। हर्निया रोग कई प्रकार के होते हैं। हाइटल हर्निया में छाती में हल्का दर्द और जलन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसके आल्वे शरीर भारी भारी सा लगता हैं और हर्निया वाले स्थान को छूने या स्पर्श करने पर दर्द भी हो सकता हैं। हालाँकि कई मामलों में किसी भी तरह के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।

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महिलाओं में हर्निया रोग के लक्षण क्या है

महिलाओं में हर्निया का पता करना बेहद मुश्किल हैं लेकिन डॉक्टर की सलाह से जाँच द्वारा इसका पता लगाया जा सकता हैं। फिर महिलाओं में हर्निया के कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं जैसे :

1. उभार वाले स्थान पर जलन

2. हल्का दर्द

पुरुषों में हर्निया रोग के लक्षण क्या है

1. शरीर के हिस्से में उभार या उभरा सा लगना या महूसस होना

2. हल्के दर्द के साथ प्रभावित क्षेत्र में तनाव जैसा लगना

3. अंडकोष के आस पास खिंचाव

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बिना ऑपरेशन हर्निया का इलाज | हर्निया बीमारी का इलाज |

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बीना सर्जरी के हर्निया का इलाज संभव ही नहीं हैं। कुछ मामलों में यह रोग अपने आप कुछ महीनो या सालों में ठीक हो जाता हैं वही कुछ स्थितियों में सर्जरी करवानी होती हैं। इसकी सर्जरी दो तरीके से की जाती है एक हैं ओपन सर्जरी और दूसरा लेप्रोस्कोपिक। ओपन सर्जरी में हर्निया वाले क्षेत्र में एक बड़ा कट लगाकर जाली के माध्यम से उस स्थान को बंद किया जाता हैं वही लेप्रोस्कोपिक में एक छोटे कट के माध्यम से बेहद कम समय में इस सर्जरी को अंजाम दिया जाता हैं। इस सर्जरी में दर्द न के बराबर होता हैं।

हर्निया ऑपरेशन खर्च

हर्निया के ऑपरेशन में आपको 60 से 80 हजार तक का खर्चा आ सकता हैं। हालाँकि यह हर्निया के प्रकार पर डिपेंड करता हैं। हर्निया के लिए सबसे अच्छी सर्जरी लैप्रोस्कोपिक माना जाता हैं क्योकिं यह नए तरीके से कम समय में की जाने वाली सर्जरी हैं जिसमें दर्द नहीं होता हैं।

इस लेख में मैंने आपको हर्निया रोग क्या है इसके लक्षण, कारण और इलाज के बारें में विस्तारपूर्वक बताया हैं। यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट के माध्यम से हमें जरुर बताएं।

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Q&A

Q. हर्निया रोग क्या है और क्यों होता है?

Ans: हर्निया रोग में कमजोर मसल्स के कारण मांसपेशी या उत्तक में छेद हो जाने से किसी अंग के बाहर निकलने की स्थिति को हर्निया कहते हैं। इस स्थिति में शरीर के किसी भाग पर उभार जैसा प्रतीत हो सकता हैं जिसमें हल्का दर्द भी हो सकता हैं।

Q. हर्निया की बीमारी कैसे हो जाती है?

Ans: हर्निया की बीमारी जन्म से या कमजोर मसल्स की वजह से हो जाती हैं।

Q. एक आदमी में हर्निया का क्या कारण बनता है?

Ans: उम्र बढ़ने, गर्भवस्था में दबाव पड़ने, अधिक सिगरेट पीने, वजन बढ़ने या खांसी इसकी वजह हो सकती हैं।

Q. पेट में हर्निया होने से क्या होता है?

Ans: पेट में हर्निया होने से पेट का वो भाग उभरा हुआ प्रतीत होता हैं और उसमें हल्के दर्द की शिकायत हो सकती हैं।

विकिपीडिया पर इस रोग के बारें में और विस्तार से जाने

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