ऊटी में घूमने के स्थल:- हेल्लो दोस्तों, क्या आप भी ऊटी जाने का प्लान कर रहे हैं अगर हाँ तो इस आर्टिकल में मैं आपको ऊटी में घूमने के स्थल की जानकारी देने जा रही हूँ। कहा जाता हैं की ऊटी किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं। वैसे तो ऊटी में घुमने के लिए बहुत सारे स्थल हैं लेकिन आज के इस पोस्ट में मैं आपको 6 ऐसे जगह बताउंगी जहाँ आप खुद को जाने से रोक नहीं पाएंगे। साथ ही आपको ऊटी कहां है, ऊटी किस राज्य में है, ऊटी में बर्फबारी कब होती है? जैसे अनेक सवालों के जवाब भी दूंगी। तो बने रहे इस आर्टिकल के साथ और पूरा जरुर पढ़ें।
दोस्तों ऊटी को उदगमंडलम भी कहते हैं। यहाँ चारों तरफ आपको हर भरे पेड़ पौधे और लहलहाते चाय के बगान दिखाई देंगे। ऊटी में कई झील हैं साथ ही पहाड़ो और जंगलों के मध्य घुमने वालों के लिए ट्रेन की सुविधा भी हैं। नीलगिरि पर्वत की खूबसूरती देखने लायक हैं। यह हिल स्टेशन निलगिरी की पहाड़ियों में स्थित हैं। इन पहाड़ियों पर कुरुंजी फूल इसकी खूबसूरती को और निखार देती हैं। बैगनी और नीले रंग के फूलों के कारण ही इसका नाम निलगिरी पड़ा हैं। यहाँ लोग अपनी महिला मित्र या अपनी वाइफ के साथ जाना बेहद पसंद करते हैं। अक्सर हनीमून के लिए ऊटी ही लोगों की पहली पसंद होती हैं।
ऊटी कहां है – ऊटी किस राज्य में है
उदगमंडलम यानी ऊटी हिंदुस्तान के दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में हैं। इस राज्य का नाम पहले मद्रास था। 1968 में इसका नाम बदल दिया गया था। ऊटी निलगिरी पहाड़ियों में स्थित एक बेहतरीन पर्यटक स्थल हैं। यहाँ दूर-दूर से लोग घुमने के लिए आटे हैं। विदेशी सैलानियों का भी यहाँ जमावरा लगा रहता हैं। कहा जाता हैं की यहाँ जाने से आत्मा को परम आनंद की अनुभूति होती हैं क्योकिं यह प्रकृति प्रदत घूमने का स्थल हैं। यहाँ उपस्थित अनेकों पार्क, पहाड़ियां, बागान, जंगल आदि आपकी यात्रा को हमेशा के लिए यादगार बना देगा। वैसे तो ऊटी में घूमने के स्थल की कमी नहीं हैं लेकिन आइयें आपको कुछ प्रमुख स्थल बताते हैं जहाँ जाना आपकी यात्रा को यादगार बना देगा। ऊटी में घूमने के स्थल नीचे विस्तार से बताएं गए हैं।
ऊटी के बारें में कुछ अन्य जानकारियां
- यह भारत का सबसे पुराने और पोपुलर हिल स्टेशन हैं।
- यह पूरी दुनियां में हनीमून स्थल के लिए प्रसिद्ध हैं।
- ऊटी कॉफ़ी और चाय की खेती के लिए भी जाना जाता हैं।
- यह उदगमंडलम के नाम से भी प्रसिद्ध हैं।
- ब्रिटिश शाषन में इसका विकास ज्यादा किया गया।
ऊटी में घूमने के स्थल – 6 ऐसे स्थल जहाँ घुमने के बाद आत्मा हो जाती हैं तृप्त
आइयें अब जानते हैं की ऊटी में घूमने के स्थल कौन-कौन से हैं। नीचे बताएं गये स्थान आपकी यात्रा को सुखद और यादगार बनाएगा।
1. ऊटी झील
अगर आप जा रहे हैं तो ऊटी झील घूमना बिल्कुल मत भूलना। ऊटी में घूमने के स्थल में मैंने इसे नंबर 1 पर रखा हैं। यह झील पहाड़ों के बिल्कुल मध्य में हैं जो इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगा देता हैं। यह झील बहुत बड़ी और लम्बी हैं जिसमें आप नौका विहार का आनंद उठा सकते हैं। बताया जाता हैं की ब्रिटिशों ने इस झील को मछली पालन के लिए बनाया था। झील के पास आप घुड़सवारी का भी आनन्द उठा सकते हैं। यह स्थल फोटोग्राफी के लिए सबसे अच्छी हैं। 65 एकड़ में फैली इस झील में नौका दौड़ प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती हैं। ऊटी झील तक आप ट्रेन, बस या टैक्सी के द्वारा पहुँच सकते हैं। झील के किनारे टॉय ट्रेन लगी रहती हैं जिससे बच्चे आसानी से बीना थके झील के चारों तरफ घूम सकते हैं।
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2. ऊटी में घूमने के स्थल नीलगिरी पहाड़ी का रेलवे टॉय ट्रेन
इस खुबसूरत नज़ारे को मैं कभी नहीं भूल सकता हैं। ऊटी में घूमने के स्थल में नीलगिरी पहाड़ी का रेलवे टॉय ट्रेन पर सफर करना काफी रोमांचक हो सकता हैं। चारों तरह हरियाली पहाड़ों के मध्य से गुजरता ट्रेन देखकर मानों ऐसा लगता हैं की जैसे हम प्रकृति की गोद में हो। यह स्थल भारत ही नहीं बल्कि दुनियां भर के पर्यटकों को आकर्षित करता है। हर साल लाखों लोग इस ट्रेन की यात्रा का लुत्फ़ उठाते हैं। यह ट्रेन Mettupalayam से चलती हैं। ट्रेन के लगभग 50 किलोमीटर के सफर में कई झील, हरे भरे खेत और बागान दिखाई देते हैं जो इस सफर को और खुबसुरत बनाती हैं।
3. बॉटनिकल गार्डन – ऊटी में घूमने के स्थल
लगभग 55 हेक्टेयर में फैला सरकारी बॉटनिकल गार्डन जाना बिल्कुल न भूलें। इस गार्डन में तरह तरह विविध पेड़ पौधे हैं। इस गार्डन में कई तरह औषधीय पेड़ पौधे हैं साथ ही यहाँ पेड़ों पर अनेक प्रकार की चिड़ियाँ रहती हैं जो घोंसला बनाकर रहती हैं। यहाँ सुबह के 7 बजे से शाम के 6 बजे तक कभी भी घुमा जा सकता हैं। अक्सर ऊटी भ्रमण करने वाले इस स्थल पे जाते हैं। नीलगिरि पक्षियों की आवाज वाकई में अद्भुत शांति का अनुभव देती हैं।
4. चाय संग्रहालय
ऊटी में घूमने के स्थल में चाय संग्रहालय को कैसा छोड़ा जा सकता हैं। इस स्थल की एक खास विशेषता हैं। 1 एकड़ भूमि में फैला यह स्थल चारों तरह से चाय बागान से घिरा हैं। इस संग्रहालय में चाय बनने की पूरी प्रक्रिया को प्रदर्शित किया गया हैं। जी हाँ यहाँ चाय की पत्तियां कैसे तैयार की जाती हैं इस चीज को बताया गया हैं। इतना ही नहीं लोग वहां चाय के बागानों में भी घूम सकते हैं। यह जगह वाकई में देखने लायक हैं। यह ऊटी में सबसे बेहतरीन घूमने के स्थल में से एक हैं जहाँ जाना आपके लिए यादगार पल बन जायेगा।
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5. ऊटी में घूमने के स्थल – डोड्डाबेट्टा चोटी
डोड्डाबेट्टा चोटी भी ऊटी में घूमने के स्थल में से एक हैं। यह निलगिरी की सबसे ऊँची छोटी हैं जिसकी दुरी ऊटी से लगभग 10 किलोमीटर के आस पास हैं। यहाँ पर्यटक बड़ी संख्या में आटे हैं। यहाँ आकर फोटो लेना और नीचे देखना वाकई में बेहद आनंददायक हैं। यह छोटी सबसे ऊँची हैं जो की समुन्द्र तल से 8650 फीट की ऊंचाई पर हैं। यहाँ आना रोमांच से भरा हैं। यहाँ भाड़े पर दूरबीन भी मिलते हैं जिससे आप अपने आस पास के नज़ारे को जी भर के देख सकते हैं। यहाँ जाने के लिए सरकारी बीएस, किराएँ के बस और ट्रेन की सुविधा भी हैं।
6. पाइकारा वॉटरफॉल
वॉटरफॉल देखना भला किसे पसंद नहीं हैं। ऊटी से इस घुमने वाले स्थल की दुरी लगभग 23 किलोमीटर हैं। जो लोगो ऊटी में घूमने के स्थल के बारें में पूछते रहते हैं उनके लिए यह वॉटरफॉल सबसे बेस्ट स्थल हो सकता हैं। यह वॉटरफॉल मुकुर्ती पथ्थरों से निकलते हुए झील में गिरता हैं। झील में गिरते इसे देखना और फोटो लेना सबको पसंद हैं। यहाँ झील में लोग बोटिंग का भी आनंद लेते हैं। अगर आपको इस झील को देखना हैं तो सुबह 8 बजे के बाद यहाँ जा सकते हैं।
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Q&A
Q. ऊटी में कौन सा महीना घूमने के लिए सबसे अच्छा है?
Ans: ऊटी में आप जाड़े के मौसम यानी सितम्बर से दिसम्बर तक जा सकते हैं।
Q. ऊटी जाने का कितना खर्चा है?
Ans: एक व्यक्ति का लगभग 20 से 30 हजार, हालाँकि यह आप पे भी डिपेंड करता हैं।
Q. ऊटी में बर्फबारी कब होती है?
Ans: जनवरी फरवरी का महिना सबसे ठंडा महिना रहता हैं।
Q. ऊटी के पास घूमने के लिए अनोखी जगहें कौन सी हैं?
Ans: पाइकारा वॉटरफॉल, डोड्डाबेट्टा चोटी
दोस्तों ऊटी में घूमने के स्थल तो सैकड़ो हैं लेकिन इस पोस्ट के माध्यम से मैंने आपको ऊटी में घूमने के कुछ प्रमुख स्थलों के बारें में बताया हैं जहाँ जाना लोग ज्यादा पसंद करते हैं। ऊटी में कपल्स ज्यादात्तर जनवरी के ठन्डे मौसम में जाना ज्यादा पसंद करते हैं। हालाँकि इस महीने में घने कोहरे होते हैं जो की खतरनाक भी हो सकते हैं। इसलिए मैं तो कहूँगा की आप ऊटी में घूमने सितम्बर के महीने में जाएँ, दरसल इस वक़्त तापमान 5 डिग्री से 15 डिग्री के आस पास होती हैं।
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