पति अगर पत्नी को मारे तो क्या करना चाहिए – प्यार और अधिकार से स्थिति को संभाले – घर में पति पत्नी का लड़ाई झगड़ा आम बात हैं। हर पति पत्नी के बीच मनमुटाव, रूठना-मनाना और एक दुसरे पर गुस्सा करना चलता रहता हैं। जहां प्रेम होता हैं वही लड़ाई झगड़े भी होते हैं। परन्तु जब स्थितियां कण्ट्रोल से बाहर होने लगती हैं तो घर टूटकर बिखड़ जाता हैं। हाल के वर्षों में घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी देखने को मिली हैं। अगर पति पत्नी के लिए बार-बार अभद्र भाषा का उपयोग करता हैं और उसे आर्थिक, मानसिक या शारीरिक से रूप से परेशान करने की कोशिश करता हैं तो ऐसी स्थिति में महिलाओं को कई अधिकार दिए गए हैं। आइये विस्तार से जानते हैं की पति अगर पत्नी को मारे तो क्या करना चाहिए –
पत्नी पर हाथ उठाना या मारना शास्त्रों और कानून के अनुसार एक बड़ा अपराध हैं। अगर कोई पति, पत्नी और बच्चे की देखभाल के लिए आर्थिक मदद देने से इंकार कर रहा हैं और पैसे मांगने पर पीट रहा हैं तो इस स्थिति में भी घरेलु हिंसा का केस दर्ज होता हैं। भारत में ज्यादात्तर महिलाएं बच्चे और समाज के कारण घर में हो रहे अत्याचार पर चुप्पी साधे रहती हैं। पति अगर पत्नी को मार-पीट रहा हैं तो इसके कई कारण हो सकते हैं। इसलिए सर्वप्रथम इसके कारणों को जानना आवश्यक हैं।
पति-पत्नी के बीच घरेलु हिंसा के मुख्य कारण
कभी-कभी जल्दबाजी में लिया गया निर्णय आपके और आपके बच्चे के भविष्य को खराब कर सकता हैं। इसलिए किसी भी बड़े निर्णय पर पहुंचने से पहले सोच-विचारकर ही फैसला लेना चाहिए। पति अगर पत्नी को बार-बार मारता पिटता हैं तो संभवत: निम्नलिखित कारण हो सकते हैं।
- पति का किसी और स्त्री से संबंध होना
- पति का पत्नी को नापसंद करना
- जबरदस्ती की शादी
- आर्थिक समस्या का होना
- पत्नी का पति के परिवार से अलग रहने की जिद्द करना
- पति का शराब पीकर घर आना और पत्नी का विरोध करना
- पति की गलत संगत
- दहेज़ के लिए पत्नी को मारना
चाहे पति का पत्नी के साथ मारपीट करने का कोई भी कारण हो यह एक बड़ा अपराध हैं। इस अपराध से महिलाओं को बचाने के लिए 26 अक्टूबर 2006 महिला संरक्षण अधिनियम लागू किया गया था। इसके तहत महिला को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ पति को जेल की हवा खानी पड़ती हैं। धारा 498A के तहत दहेज़ के लिए मारपीट करना या पत्नी के साथ क्रूरता करने पर केस दर्ज होता हैं। इसमें पति या परिवार वालों को 3 साल तक की सजा हो सकती हैं। इसके अलावे जुर्माना भी भरना पड़ता हैं।
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पति अगर पत्नी को मारे तो क्या करना चाहिए – जाने
फ्रेंड्स, पति अगर पत्नी को परेशान करे या मारे तो क्या करना चाहिए?। अक्सर यह सवाल पति से परेशान पत्नियां करती हैं। अगर पति शराब पीकर घर में हंगामा करता हैं या किसी और लड़की के चक्कर में रोजाना पत्नी को पिटता हैं तो इस स्थिति में आपको दिमाग से काम लेना चाहिए। तलाक लेना बेहद सरल कार्य हैं लेकिन इससे आपका और आपके बच्चे का भविष्य खराब हो सकता हैं। तलाक लेना या पति से अलग रहना सबसे आखिरी विकल्प हैं। आइये जानते हैं पति अगर पत्नी को मारे तो क्या करना चाहिए ?
1. पति अगर पत्नी को मारे शांत वातावरण में बात करने की कोशिश करनी चाहिए
पति अगर पत्नी को मारे तो सबसे पहले पति से बात करने की कोशिश करें। पति का जब मूड अच्छा हो तो कारण जानने की कोशिश करें। अगर छोटे-मोटे लड़ाई झगड़े हो रहे हैं तो इस समस्या को पुलिस या मजिस्ट्रेट के पास नहीं ले जाना चाहिए। शिकायत करने के बाद आप उस घर में स्थान तो पा सकती हैं लेकिन पति का प्रेम शायद कभी नहीं। इसलिए सबसे पहले बातचीत और प्रेम से इस समस्या का हल निकालने का प्रयत्न करें।
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2. दूरियों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए
प्रेम हर समस्या का समाधान बन सकता हैं। अगर आपका पति किसी और औरत के चक्कर में हैं या गलत संगत में हैं तो मौजूदा परिस्थिति को अच्छे से समझने की कोशिश करें। पति को टोकने या समझाने के बजाय अपने कार्यों द्वारा उन्हें खुश करने की कोशिश करें। पति के लिए मनपसंद के भोजन बनाएं। अगर आपके बच्चे हैं तो समय निकालकर पति के साथ बैठकर रोमांटिक बाते करें। गलत संगत और परायी स्त्री के साथ संबंध से आपके बच्चे का भविष्य प्रभावित होगा। उन्हें बताएं समाज में उनके बारे में गलत बातें बोली जाती हैं। इन सब बातों के लिए शांत स्थान और वातावरण का चयन करें। पति पर गुस्सा करने के बजाय प्रेम से स्थिति को संभालने की कोशिश करें।
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3. शिकायत करें
अगर पति आपसे मारपीट दहेज़ या आपकी शक्ल सुरत खराब होने के कारण करता हैं तो इस स्थिति में घरेलू हिंसा कानून के तहत केस दर्ज करवा सकती हैं। घरेलु हिंसा होने की स्थिति में 1091 पर कॉल करके भी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। ध्यान रहे की यह अंतिम विकल्प हैं। शिकायत दर्ज करवाने के बाद पति से आपका रिलेशन और भी खराब हो सकता हैं। घरेलु हिंसा साबित होने पर पति को 3 साल की जेल के साथ जुर्माना भरना पड़ेगा। कोई भी महिला थाने में या मजिस्ट्रेट को घरेलु हिंसा का आवेदन दे सकती हैं। आवेदन देने के बाद मजिस्ट्रेट आदेश देते हैं की किसी भी स्थिति में पीड़ित महिला को ससुराल से बाहर नहीं निकाला जा सकता हैं। इसके अलावे अन्य सभी सुविधाएं भी दी जाती हैं।
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निष्कर्ष – पति अगर पत्नी को मारे तो क्या करना चाहिए
दोस्तों, इस पोस्ट में मैंने आपको बताया हैं की पति अगर पत्नी को मारे तो क्या करना चाहिए ?। किसी के बहकावे में आकर जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए। कुछ महिलाएं मायके वालों की बातों में आकर छोटे-मोटे लड़ाई झगड़े होने पर भी शिकायत दर्ज करवा देती हैं। ऐसा करने से ससुराल में आपका मान-सम्मान को ठेस लग सकता हैं। इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले सोचे विचारे। पति को प्रेम से हैंडल करें।
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