नीम के 10 फायदे – इसके 10 अद्भुत फायदे जानकर हैरान हो जाएंगे – नीम का वृक्ष गाँव और शहरों में आसानी से देखने को मिल जाता हैं। इस वृक्ष के तने छाल, पत्ती, फुल और फलों का उपयोग अनेक तरह की आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में किया जाता हैं। नीम का वृक्ष भारत में सबसे अधिक देखने को मिलता हैं। यह वृक्ष 30 से 40 मीटर तक ऊँचा हो सकता हैं। यह वृक्ष बहुत अधिक ठंडे स्थानों में नहीं होता हैं। नीम के दातुन बेहद फायदेमंद होते हैं। कई लोग ब्रश की जगह इसके दातुन का इस्तेमाल करते हैं। नीम से तेल भी बनाया जाता हैं। आइए विस्तार से नीम के 10 अद्भुत फायदे के बारें में जानते हैं।
दोस्तों, नीम के पत्ते और डालियों से बने दातुन का स्वाद कड़वा होता हैं। इसकी पत्तियों से बना जूस खून को साफ़ करता हैं। ज्यादात्तर लोग इसका इस्तेमाल स्किन से जुड़ी समस्यायों जैसे घाव और दांत के रोगों के उपचार में करते हैं। हालांकि इसके अनेकों फायदे हैं जिसकी जानकारी शायद आपको न हो। नीचे विस्तार से नीम के 10 फायदे बताएं गए हैं।
नीम के 10 जबरदस्त फायदे और इसके गुण
दोस्तों, नीम के 10 फायदे की लिस्ट नीचे दी गयी हैं। नीम में एंटीफंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। इसमें विटामिन सी , विटामिन इ, मिनरल्स और ओमेगा 6 फैटी एसिड भी होता हैं। यह सुजन की समस्या को रोकने में भी प्रभावी हैं। नीम का उपयोग साधारण शारीरिक समस्यायों से लेकर बड़े रोगों के इलाज और रोकथाम में भी किया जाता हैं। जी हां, नीम कैंसर और डेंगू जैसे रोगों के बचाव में भी काफी उपयोगी हैं। जो लोग रोजाना नीम की 5 पत्तियों का सेवन करते हैं उन्हें घाव, फोड़े, फुंसी, चेचक जैसी समस्याएं प्रभावित नहीं कर पाती हैं। नीम के 10 फायदे इस प्रकार हैं :-
1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता हैं
इसमें कई जरुरी मिनरल्स और विटामिन हैं। विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट हैं। इसकी पत्तियों या पत्तियों से बने जूस का रोजाना सेवन फायदेमंद हैं। दरसल नीम सेल्स को उन मुक्त कणों से सुरक्षित रखने में मदद करता हैं जो की भोजन, दवा के सेवन, धुँआ सूर्य के धुप, प्रदुषण और अन्य प्रकार से निर्मित होता हैं। दरसल जब हमारे द्वारा ग्रहण किया गया भोजन पचने लगता हैं तो यह छोटे-छोटे अणुओं में टूट जाता हैं। ये अणु अस्थिर होते हैं जिसके कारण इन्हें मुक्त कण कहा जाता हैं।
मुक्त कणों की वजह से कई तरह के रोगों की आशंका बढ़ जाती हैं। मुक्त कण आपके स्किन पर बुरा असर डाल सकता हैं। इसकी वजह से असमय स्किन बुढ़ापे जैसा दिखने लगता हैं। जब शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती हैं तो बैक्टीरिया, फंगस और वायरस शरीर को जल्दी प्रभावित नहीं कर पाते हैं। इस तरह रोगों से बचाव होता हैं।
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2. पेट के बीमारियों में हैं फायदेमंद
नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लामेंट्री गुण होते हैं जो पेट से जुड़ी समस्यायों और अल्सर में बेहद फायदेमंद हैं। नीम के पेड़ की छाल इस्तेमाल पेट के दर्द को शांत करने के लिए भी किया जाता हैं। पेट के सुजन, दस्त, उल्टी, गैस और बैक्टीरियल संक्रमण में भी यह लाभदायक हैं। अगर आप हमेशा कब्ज और गैस्ट्राइटिस जैसी समस्यायों से जूझते रहते हैं तो इसका सेवन लाभ देगा। इसके सेवन से पाचन प्रक्रिया तीव्र होगी। इसका सेवन पत्तियों से रस निचोड़कर या सीधे भी किया जा सकता हैं। कई लोग इसका सेवन पत्तियों को पीसकर सुखाकर गोले बनाकर भी करते हैं। इसमें मौजूद जिवानुरोधी गुण साल्मोनेला टाइफोसा बैक्टीरिया जो फ़ूड पोइजनिंग और टाइफाइड का कारण बनता हैं में भी नीम के जूस का सेवन फायदेमंद हैं।
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3. खून को साफ़ करता हैं
नीम के जूस का सेवन ब्लड से टॉक्सिन को निकालने के लिए भी किया जाता हैं। नीम खाने में बेहद कड़वा होता हैं। कुछ लोग इसके ऊपरी पत्तियों का सेवन करते हैं जो खाने में मीठा लगता हैं। मीठी पत्तियों से ज्यादा पुरानी पत्तियां ज्यादा फायदेमंद हैं। पत्ते में जितना अधिक कड़वापन होगा वह उतना ही फायदेमंद होगा। इसका सेवन खून को साफ़ कर त्वचा की रंगत में सुधार करता हैं। इसके सेवन से जल्दी घाव-फोड़े, पिम्पल्स और फुंसी नहीं होती हैं। त्वचा पर बुढ़ापे के लक्षण जल्दी नहीं दिखाई देते हैं।
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4. त्वचा संबंधी रोगों में नीम के फायदे
जैसा की आपने इस पोस्ट में जाना की नीम की पत्तियों में एंटीफंगल गुण मौजूद हैं। फंगस के कारण होने वाली समस्यायों जैसे आंत्र पथ की नली में इन्फेक्शन, दाद, सर में इन्फेक्शन, त्वचा पर खुजली, मुंह और अन्य शरीर के अंगों में होने वाली फंगल इन्फेक्शन को दूर करने में काफी प्रभावी हैं। इसके इलाज के नीम के पतियों का तेल , जूस और पेस्ट का इस्तेमाल किया जाता हैं।
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5. चेचक में हैं नीम के फायदे
नीम के अर्क चेचक में बहुत ही फायदेमंद हैं। नीम के एंटीवायरल गुण चेचक को बढ़ने से रोकने में बहुत प्रभावी हैं। नीम की पत्तियों को पेस्ट के रूप में तैयार कर प्रभावित जगह पर लेप करने से स्वस्थ चेचक का बढना रुक जाता हैं। चेचक के इलाज में नीम के पेड़ की छल का भी उपयोग किया जाता हैं। छाल को पीसकर प्रभावित जगह पर लगाने से भी चेचक में काफी आराम मिलता हैं। कई बार चेचक के कारण तेज बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। नीम का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार में भी कमी देखी जाती हैं।
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6. बालों को स्वस्थ रखता हैं नीम
नीम के 10 फायदे में से एक बालों को मजबूत और झड़ने से बचाना भी हैं। नीम में मौजूद गुण बालों को सुरक्षा प्रदान करता हैं। यह स्कैल्प इन्फेक्शन को रोककर बालों को मजबूती देता हैं। जिस तरह मेहंदी की पत्तियों को पीसकर बालों में लगाया जाता हैं ठीक उसी तरह नीम की पत्तियों को पीसकर भी बालों में लगा सकते हैं। अगर आप मेहंदी लगते हैं तो मेहंदी के साथ नीम की कुछ पत्तियों को भी मिक्स कर सकते हैं। बाजार में नीम का तेल किसी आयुर्वेदिक औषधि की दुकान पर आसानी से मिल जायेगा। नीम के तेल को रोजाना बालों में लगाने से बालों में मौजूद ढील नष्ट हो जाते हैं।
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7. दांतों और मसुढे को रखता हैं स्वस्थ
नीम में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण दांत और मसुढे दोनों को स्वस्थ रखते हैं। पुराने समय से ही मुंह के विभिन्न समस्यायों में नीम का उपयोग किया जाता रहा हैं। नीम की पत्तियों को रोजाना चबाने से मुंह की दुर्गन्ध भी दूर होती हैं। दांतों इमं सडन को रोकने के लिए नीम के दातुन से ब्रश करना एक प्रभावकारी इलाज माना जाता हैं। दांतों और मसुढे के रोगों के उपचार में नीम के छाल और पत्तियों दोनों का ही इस्तेमाल होता हैं। पायरिया होने पर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैं। जीवाणुरोधी गुण के चलते दांतों में बढ़ते सडन को रोकने में यह सक्षम हैं।
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8. मलेरिया के उपचार में नीम के फायदे
हाल में किया गया एक शोध और ncbi के मुताबिक नीम मलेरिया में फायदेमंद हैं। दरसल इस शोध में नीम के पत्ते और इसके बीज के अर्क का प्रयोग किया गया था। इसमें गेडुनिन नामक एक यौगिक हैं जो मलेरिया परजीवी को बेअसर करने में सक्षम हैं। इसके अलावे नीम का उपयोग बुखार को कम करने में भी किया जाता हैं।
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9. बवासीर में नीम के फायदे
बवासीर रोगियों के लिए भी नीम से बने तेल और बीज काफी फायदेमंद हैं। जैसा की आप जानते हैं की यह सुजन को कम करने का साथ-साथ दर्द से भी आराम देता हैं। इसमें मौजूद गुण कब्ज से बचाता हैं। नीम से निकाला गया तेल प्रभावित जगह पर लगाकर रात भर छोड़ दें। इससे मस्से जल्दी सूखने लगते हैं। मेडिकल स्टोर में नीम के बीज और पत्ते से बने बवासीर की कई दवाएं आपको आसानी से मिल जाएगी।
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10. ब्लड शुगर को नियंत्रित करने वाले गुण हैं
जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हाई रहता हैं उनके लिए यह रामबाण औषधि हैं। इसके पत्ते कैसेले होते हैं। रोजाना इसके पत्तों का सेवन करने से ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। दरसल इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण होते हैं जो इस समस्या को नियंत्रित करता हैं। इंसुलिन एक होर्मोन हैं जिसका कार्य ब्लड शुगर को कण्ट्रोल करना हैं। नीम की पत्तियां उन कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं जो इन्सुलिन पैदा करती हैं। नीम के 10 फायदे की यह लिस्ट आपको निश्चित ही अच्छी लगी होगी।
नोट – छोटे बच्चों को नीम के पत्ते, तेल, दवा आदि देने से पहले चिकित्सीय सलाह बहुत जरुरी हैं। बिना चिकित्सक के सलाह के बच्चों को नीम से बने प्रोडक्ट्स का सेवन कराना खतरनाक भी हो सकता हैं।
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निष्कर्ष – नीम के 10 फायदे
दोस्तों, इस पोस्ट में मैंने नीम के 10 फायदे के बारे में बताया हैं। नीम के पत्ते का सेवन बसे ज्यादा फायदेमंद हैं। इसकी पत्तियों के सेवन से त्वचा संबंधी समस्याएं, डायबिटीज, दांत के रोग, मसूढ़ों के रोग, बवासीर, टायफायड, मलेरिया, चेचक आदि का उपचार किया जाता हैं। इन रोगों में नीम बहुत ही फायदेमंद हैं। नीम के पत्तियों का सेवन अत्यधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। रोजाना 4 से 5 पत्तियों का सेवन पर्याप्त हैं। अधिक सेवन से पुरुषों में शुक्राणु क्षति संभव हैं।
मुझे उम्मीद हैं की आपको आज की यह जानकारी ” नीम के 10 फायदे ” बेहद अच्छी और उपयोगी लगी होगी। इस जानकारी को सोशल मीडिया पर जरुर से जरुर शेयर करें।
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